ग्रामीणों ने बाहरी लोगों के प्रवेश पर लगाई रोक, मुर्गा बाजार भी बंद

ग्रामीणों ने बाहरी लोगों के प्रवेश पर लगाई रोक, मुर्गा बाजार भी बंद
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छिंद कांटो से पोस्टर ठोक कर मुर्गा बाज़ार बन्द की बात लिखी जा रही है। पढ़िए पूरी खबर-

दंतेवाड़ा। कोरोना की वजह से देश भर में लॉकडाउन का ऐलान किया गया है। लेकिन एक ओर जहां निर्देशों का पालन न करते हुए लोगों के घर से बाहर निकलकर घूमने की तस्वीरें सामने आई हैं वहीं दंतेवाड़ा के बालूद गांव के ग्रामीण ने बैरियर बनाकर सरहद बंद कर दी है। वहीं कहीं पर छिंद कांटो से पोस्टर ठोक कर मुर्गा बाज़ार बन्द की बात लिखी जा रही है।

कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के खतरे को देखते हुए गांव की शहरद पर ग्रामीणों ने जांच बैरियर लगाया, और पोस्टर लगाया गया है, जिसमें अन्य राज्य व गांव से आने वाले लोगों का प्रवेश निषेध की बात लिखी हुई। इसके पीछे कोरोना संक्रमण को रोकना मकसद बताया जा रहा है, और ये तस्वीरें बालूद गांव के ग्रामीणों की जागरूकता बताती है।

इतना ही नही रेंगानार गांव में नक्सली पैटर्न में गांव के आस-पास और दर्जनों पेड़ में मुर्गा बाजार बंद के पोस्टर छिंद काटो की किलो से ग्रामीणों ने पंचायत की तरफ से ठोक रखे है। पोस्टर में नीचे वजह कोरोना वायरस के कारण लिखा गया है।

बता दें कि मुर्गा बाजार बस्तर का प्रख्यात बाजार है, जहां ग्रामीण मुर्गों की लड़ाई करवाकर जीत-हार का खेल खेलते है। इन बाजारों में हजारों की संख्या में ग्रामीण पहुंचते है, जो अब पूरी तरह से बंद है।





वहीं कवर्धा के ग्राम रौचन के ग्रामीणों ने भी गांव को सील कर दिया है और गांव पहुंचने वाले सभी सड़को को खोद दिया गया है। सड़कों की जेसीबी मशीन से खोदाई कर रहें हैं।

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