Delhi Election Results: दिल्ली सरकार में ये बनेंगे कैबिनेट मंत्री, मनीष सिसोदिया को मिल सकता है ये पद

Delhi Election Results : दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजे सबके सामने आ गए हैं। जिसमें दिल्ली में एक बार फिर अरविंद केजरीवाल की सरकार सत्ता में लौटी है। दिल्ली के चुनाव और उसके नतीजों के बाद दिल्ली कैबिनेट के बारे में लोगों के मन में तरह-तरह के सवाल हैं। आइये हम बताते हैं कि आम आदमी पार्टी की तीसरी सरकार में कौन कौन मंत्री बन सकता है।
1. अरविंद केजरीवाल
अरविंद केजरीवाल अन्ना हजारे के साथ जन लोकपाल बिल के आंदोलन में सहयोगी थे। फिर नवंबर 2012 में उन्होंने आम आदमी पार्टी का गठन किया। उन्होंने 2013 दिल्ली विधानसभा चुनाव में बीजेपी के शीला दीक्षित के खिलाफ चुनाव लड़ा और शीला दीक्षित को नई दिल्ली विधानसभा से 25864 वोटों से हरा दिया। वहीं 2020 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में अरविंद केजरीवाल को कुल 46,526 मिले और उन्होंने बीजेपी के सुनील कुमार यादव को 21,650 वोटों से हराया। अरविंद केजरीवाल तीसरी बार दिल्ली के मुख्यमंत्री के रुप में शपथ लेंगे।
2. मनीष सिसोदिया
2012 में आम आदमी पार्टी के बनने के बाद मनीष सिसोदिया इसके पॉलिटिकल अफेयर्स कमिटी के सदस्य बने। उन्हें दिसंबर 2013 दिल्ली विधानसभा चुनाव में एमएलए चुना गया, जब उन्होंने बीजेपी के नकुल भारद्वाज को पतपड़गंज विधानसभा से 11478 वोटों से हराया। फरवरी 2015 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के विनोद कुमार बिन्नी को 24000 वोटों से हराकर वे फिर से पतपड़गंज विधानसभा से विजयी घोषित किए गए। 14 फरवरी 2015 को मनीष सिसोदिया ने दिल्ली के पहले उपमुख्यमंत्री पद का कार्यभार संभाला। वहीं 2020 के दिल्ली चुनाव में उन्हें 69974 मिले और उन्होंने बीजेपी के रविंद्र सिंह नेगी को 3271 वोटों से हराया। इस कैबिनेट में भी वो दिल्ली के उपमुख्यमंत्री का पद संभालेंगे। साथ ही पर्यटन, शिक्षा, वित्त, योजना, भूमि और भवन, सतर्कता, सेवाएँ, महिला और बाल, कला, संस्कृति और भाषाएँ और अन्य सभी विभाग जो विशेष रूप से किसी भी अन्य मंत्री को नहीं सौंपे गए हों, वो इस बार भी मनीष सिसोदिया ही संभालेंगे।
3. सत्येंद्र कुमार जैन
सत्येंद्र कुमार जैन ने अन्ना हजारे के भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन में हिस्सा लिया। उसके बाद उन्होंने पॉलिटिक्स में कदम रखा। 2013 में उन्हें दिल्ली विधानसभा का सदस्य बनाया गया। 2013 में उन्होंने दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री का कार्यभार संभाला जो 14 फरवरी 2014 तक चला। 14 फरवरी 2015 से उन्होंने फिर से दिल्ली स्वास्थ्य मंत्री का ही कार्यभार संभाला। इस बार भी उन्हें स्वास्थ्य, उद्योग, लोक निर्माण विभाग, बिजली, गृह और शहरी विकास का काम सौंपा जा सकता है।
4. गोपाल राय
गोपाल राय 2013 विधानसभा चुनाव में बाबरपुर विधानसभा क्षेत्र से हार गए थे। 2015 के विधानसभा चुनाव में उन्हें बाबरपुर विधानसभा क्षेत्र से एमएलए चुना गया था और उन्हें परिवहन और श्रम मंत्रालय मिला था। इस बार भी उन्हें रोजगार, विकास, श्रम, सामान्य प्रशासन विभाग, सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण का कार्य सौंपा जा सकता है।
5. इमरान हुसैन
दिग्गजों में शुमार एक नाम इमरान हुसैन का भी है। उन्होंने बीजेपी की प्रत्याशी लता को बल्लीमारान सीट पर 36178 वोटों से हराया है। दिल्ली कैबिनेट में ये खाद्य और आपूर्ति के अलावा चुनाव का भी काम देखते हैं। बता दें कि इमरान हुसैन एक अकेले उम्मीदवार हैं जिसकी सीट पर इस दिल्ली चुनाव में सबसे ज्यादा मतदान हुआ है। इन्हें फिर से खाद्य और आपूर्ति का कार्यभार सौंपा जा सकता है।
6. राजेंद्र पाल गौतम
2020 के दिल्ली चुनाव में सीमापुरी विधानसभा सीट से आप पार्टी के प्रत्याशी राजेंद्र पाल गौतम 56108 वोटों से चुनाव जीत गए हैं। उन्हें फिर से गुरुद्वारा चुनाव, जल, एससी और एसटी, समाज कल्याण और सहकारिता का ही कार्यभार सौंपा जा सकता है।
7. कैलाश गहलोत
कैलाश गहलोत ने भाजपा प्रत्याशी अजीत खड़खड़ी को दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 में 6893 वोटों से हराया है। उन्हें फिर से प्रशासनिक सुधार, सूचना और प्रौद्योगिकी, कानून, न्याय और विधायी कार्य, परिवहन, राजस्व, वन और वन्यजीव और पर्यावरण का काम सौंपा जा सकता है।
दस मंत्री हो सकते हैं अधिकतम
भारतीय संविधान के सेक्शन 239 AA के अनुसार, कैबिनेट में मंत्रियों की संख्या दिल्ली विधानसभा सीटों के 10 प्रतिशत से ज्यादा नहीं होना चाहिए। तो दिल्ली विधानसभा में अधिक से अधिक 7 मंत्रियों को ही कैबिनेट में जगह मिल सकती है। तो आइए जानते हैं कि आम आदमी पार्टी के जीत के बाद कैबिनेट में किन मंत्रियों को जगह मिल सकती है।
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