दंगा ग्रस्त इलाके में सील स्कूल को खुलवाने की मांग

दंगा प्रभावित उत्तर पूर्वी जिला में सील स्कूल को खुलवाने की मांग रविवार को स्कूल के प्रशासन ने की है। बता दें कि बृजपुरी रोड पर चमन पार्क स्थित राजधानी स्कूल को पुलिस ने दो दिन पहले इसलिए सील कर दिया था क्योंकि इस स्कूल की छत पर ही दंगाइयों ने बड़ी गुलेल लगाई थी और जमकर पत्थरबाजी की थी।
स्कूल के प्रबंधक फारुख अहमद नवाब ने बताया कि 24 फरवरी को जब दंगा फैला तो दोपहर दो बजे सभी कर्मचारी और बच्चों को सुरक्षित उनके घर पहुंचाने की व्यवस्था की गई। दोपहर दो बजे स्कूल को बंद किया गया। इसके बाद यहां दंगाई घुस आए। ताला तोड़ दिया और सुरक्षागार्डों की पिटाई कर दी। स्कूल के रिसेप्शन, कंप्यूटर और साइंस लैब में तोड़फोड़ की। इसके बाद छत पर कब्जा कर लिया। हम लोग लगातार पुलिस को फोन करते रहे लेकिन वहां कोई नहीं पहुंचा।
दंगाइयों ने कई स्कूलों को निशाना बनाया और उसमें एक हमारा स्कूल था। ऐसे में इस स्कूल को पुलिस द्वारा सील करने का कोई औचित्य समझ में नहीं आता। स्कूल की वाइस चेयरमैन सदब फैसल का कहना है कि राजधानी पब्लिक स्कूल के बारे में बहुत सारे भ्रम फैलाने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि स्कूल बंद होने के बाद दोपहर करीब चार बजे सुरक्षागार्ड राज कुमार और मनोज ने फोन पर बताया कि 500-600 दंगाई स्कूल में घुस आए हैं और तोड़ फोड़ कर रहे हैं।
हमारा पूरा स्कूल दंगाइयों के कब्जे में था। इसमें यहां पढ़ने वाले बच्चों का और हमारा क्या दोष है। स्कूल प्रशान ने कहा है कि स्कूल सील होने से यहां पढ़ने वाले 1400 बच्चों की परीक्षा अधर में लटक गई है। यहां 12 मार्च से परीक्षा होनी थी। ऐसे में स्कूल प्रशासन ने शिक्षा विभाग से सील खुलवाने या वैकल्पिक जगह देने की मांग की है ताकि बच्चों की परीक्षा बाधित न हो। वहीं स्कूल प्रशासन ने इस बात को खारिज किया कि स्कूल के मैनेजर को हिरासत में लिया गया है।
-स्कूल प्रशासन पुलिस जांच में दे रहा है पूरा सहयोग
वाइस चेयरमैन सदब फैसल ने बताया कि स्कूल प्रशासन पुलिस की जांच में पूरा सहयोग दे रहा है। सदब फैसल ने कहा कि उनके पति और स्कूल के मैनेजर फैजल फारुख को क्राइम ब्रांच शनिवार शाम घर से अपने साथ लेकर गई है। लेकिन उन्हें यह नहीं बताया जा रहा है कि उनका दोष का क्या है। यह गलत हो रहा है। स्कूल में 123 सीसीटीवी कैमरे लगे थे। इसके डीवीआर (डिजिटल वीडियो रिकार्डर) हम पुलिस को सौंप चुके हैं। इसमें एक भी स्कूल का कर्मचारी नहीं शामिल है। ऐसे में पुलिस किस आधार पर यह कार्रवाई कर रही है।
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS