दिल्ली मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल रामलीला मैदान में लेंगे शपथ, रामलीला मैदान का गोपाल राय ने किया दौरा

आम आदमी पार्टी (आप) की दिल्ली ईकाई के संयोजक और मंत्री गोपाल राय ने शनिवार को रामलीला मैदान परिसर का अधिकारियों के साथ जायजा लिया। इस दौरान गोपाल राय ने बताया कि समारोह के इंतजाम अंतिम दौर में हैं। बैठने, पानी, सुरक्षा आदि के सभी इंतजाम किए हैं। उन्होंने बताया कि 45 हजार कुर्सियों की व्यवस्था की है। जनता यदि अधिक संख्या में आयी तो वे समारोह काे बाहर लगी एलईडी पर शपथ समारोह देख सकेंगे।
राय ने बताया कि प्रधानमंत्री सहित दिल्ली के सभी सातों सांसदों और भाजपा के आठ नव निर्वाचित विधायकों को भी शपथ ग्रहण समारोह के लिए आमंत्रित किया गया है। इसके अलावा सभी पार्षद और विपक्षी पार्टियों के प्रदेश अध्यक्ष भी बुलाए गए हैं। अन्य राज्यों का कोई भी मुख्यमंत्री या नेता समारोह का हिस्सा नहीं होगा।
क्योंकि यह विशिष्ट रूप से दिल्ली का समारोह है। केजरीवाल ने अखबारों में विज्ञापनों के जरिए दिल्लीवासियों से भी अपने शपथ ग्रहण समारोह में आने का अनुरोध किया है। वह लगातार तीसरी बार दिल्ली के मुख्यमंत्री बनेंगे। केजरीवाल अपनी कैबिनेट के साथ रविवार सुबह 10 बजे रामलीला मैदान में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे
विपक्ष का कार्य सत्तापक्ष को घेरना
टीचर्स को समारोह में बुलाने के मामले पर गोपाल राय ने कहा कि विपक्ष का कार्य है, सत्तापक्ष को बार-बार घेरना और पिछले पांच साल से विपक्ष ऐसा ही करता आ रहा है। टीचर्स ने दिल्ली के शिक्षा मॉडल को बेहतर बनाने में योगदान दिया है और उनकाे हमने यहां आंमत्रित किया है।
केजरीवाल को विश्वास नहीं
दक्षिणी दिल्ली से सांसद रमेश बिधूड़ी ने आप पर निशाना साधते हुए कहा कि मुख्यमंत्री के रूप में अरविंद केजरीवाल के शपथ ग्रहण समारोह में दिल्ली के सरकारी स्कूल के शिक्षकों, आंगनबाड़ी कर्मचारियों एवं अन्य सरकारी कर्मचारियों को रामलीला मैदान में उपस्थित होने के लिए बाध्य किया है। सांसद बिधूड़ी ने कहा कि दिल्ली के करोड़ों लोगों ने अपना बहुमूल्य वोट देकर अरविंद केजरीवाल को विजयी बनाया और इन लोगों पर ही अब केजरीवाल को विश्वास नहीं है कि वो मुख्यमंत्री शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगे।
क्या अरविंद केजरीवाल को पता नहीं है कि बोर्ड की परीक्षाएं शुरु हो गई हैं और सरकारी कर्मचारियों के बच्चे भी बोर्ड परीक्षा दे रहे हैं? क्या उन्हें नहीं पता कि शिक्षक या अन्य सरकारी कर्मचारियों को केवल रविवार को ही छुट्टी मिलती है? सत्ता मिलते ही अरविंद केजरीवाल चाहते हैं कि रविवार को भी दिल्ली के कर्मचारी उनकी सेवा में लगे रहें। बिधूड़ी ने कहा कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में आप के पक्ष में परिणाम घोषित होने के बाद से ही लोगों के घरों में बिजली के पूरे बिल आने शुरु हो गए हैं। इससे तो यही पता चल रहा है कि सत्ता प्राप्त करना ही उनका लक्ष्य था और आज भी उन्हें दिल्ली के लोगों की परेशानियों की परवाह नहीं है।
टीचर एसोसिएशन ने लिखा पत्र
समारोह में टीचर्स की अनिवार्यता को लेकर दिल्ली के गवर्नमेंट स्कूल टीचर्स एसोसिएशन ने उपराज्यपाल को पत्र लिखा है। इस पत्र में मांग की गई है कि इस आदेश को अनिवार्य न बनाया जाए और इसे सिर्फ एक आमंत्रण में रहने दिया जाए ताकि शिक्षक अपनी इच्छानुसार शपथ ग्रहण में शामिल हो सकें।
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