कोरोना वायरस की रिपोर्ट सिर्फ 1 घंटे में आएगी, एमएसएमई प्रौद्योगिकी केंदों ने बनाई रियल टाइम जांच मशीन

कोरोना वायरस की रिपोर्ट सिर्फ 1 घंटे में आएगी, एमएसएमई प्रौद्योगिकी केंदों ने बनाई रियल टाइम जांच मशीन
X
देश में कोरोना की जांच की जो रिपोर्ट 24 घंटे में आ रही है, उसका परिणाम अब एक घंटे से कम समय में आ सकेगा। इसके लिए रियल टाइम गुणात्मक माइक्रो पीसीआर प्रणाली के तहत एमएसएमई के प्रौद्योगिकी केंद्रों ने एक ऐसी रियल टाइम जांच मशीन विकसित की है, जिसमें कोरोना की चिकित्सा जांच रिपोर्ट जल्द आ सकती है।

देश में कोरोना की जांच की जो रिपोर्ट 24 घंटे में आ रही है, उसका परिणाम अब एक घंटे से कम समय में आ सकेगा। इसके लिए रियल टाइम गुणात्मक माइक्रो पीसीआर प्रणाली के तहत एमएसएमई के प्रौद्योगिकी केंद्रों ने एक ऐसी रियल टाइम जांच मशीन विकसित की है, जिसमें कोरोना की चिकित्सा जांच रिपोर्ट जल्द आ सकती है।

केंद्रीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय ने सोमवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि एमएसएमई के भुवनेश्वर, जमशेदपुर एवं कोलकाता स्थित प्रौद्योगिकी केंद्र रियल टाइम गुणात्मक माइक्रो पीसीआर प्रणाली के महत्वपूर्ण हिस्सों का विनिर्माण कर रहे हैं। जिन्होंने एक ऐसी मशीन का निर्माण किया है जो एक घंटे से भी कम समय में कोविड-19 जांच परिणाम दे सकती है, जबकि सामान्य जांच परिणाम न्यूनतम 24 घंटे में सामने आता है।

इस मशीन का डिजाइन एक निजी एमएसएमई उपक्रम द्वारा तैयार किया गया है। मंत्रालय ने बताया कि ये ये मशीनें सुसम्बद्ध हैं और कहीं भी, किसी भी वक्त, रियल टाइम में जांच के लिए ले जाई जा सकती हैं। इसके लिए कोरोना संकट के दौरान इन प्रौद्योगिकी केंद्रों की टीमें 600 टेस्टिंग मशीनों के लिए कंपोनेंट की आपूर्ति करने के मकसद से 2 से 3 शिफ्ट में काम करते हुए जुटी हुई हैं।

एएमटीजेड को पहले ही टेस्टिंग मशीन कंपोनेंट की आपूर्ति की जा चुकी है। पांच माइक्रोन की सटीकता वाले स्टेनलेस स्टील के कंपोनेंट का विश्व की सर्वश्रेष्ठ मशीनों पर विनिर्माण किया जा रहा है, जो कोरोना जांच उपकरण किफायती लागत पर जांच किए जाने में सहायक होगा। मंत्रालय के अनुसार ये प्रौद्योगिकी केंद्र मेडिकल इक्विपमेंट, पीपीई, मास्क, सैनिटाइजर आदि के विनिर्माण में सहायता पर काम करने के द्वारा वर्तमान कोविड संकट में सक्रिय रहे हैं।

इन एमएसएमई प्रौद्योगिकी केंदों का उद्देश्य फ्रेशर्स एवं इस क्षेत्र से पहले से ही जुड़े कार्मिकों दोनों के लिए ही नवीनतम प्रौद्योगिकीयों के साथ टूल एवं डाई निर्माण कोर्स के क्षेत्र में युवाओं को दीर्घकालिक एवं अल्पकालिक प्रशिक्षण प्रदान करना है। वहीं एमएसएमई इकाइयों की उत्पादकता में सुधार लाने के उद्देश्य से टूल इंजीनियरिंग के क्षेत्र में मुख्य रूप से एमएसएमई इकाइयों को परामर्शी सेवाएं भी कर रहे हैं।

Tags

Next Story