जमकर हुई बारिश, ओले गिरे, कई जगह जलभराव से यातायात हुआ प्रभावित

दिल्ली में शनिवार को तेज घड़घड़ाहटों के बीच जमकर बारिश और ओले गिरे। दोपहर बाद हुई झमाझम बरसात व ओलावृष्टि के चलते जहां किसानों की फसलों को नुकसान हुआ वहीं राजधानी के कई क्षेत्रों में भारी जलभराव हो गया। जिसके चलते सड़कों पर यातायात प्रभावित हुआ, वाहनों की लंबी कतारें लग गई। गनीमत रही की दोपहर का समय था अगर शाम का समय होता तो जाम की समस्या और गंभीर हो सकती थी।
भारी बारिश और ओलावृष्टि से उन लोगों को भी भारी दिक्क्त उठानी पड़ी जो बिना बस क्यू शैल्टरों के खुले में बसों का इंतजार कर रहे थे। लोगों में इस बात को लेकर केजरीवाल सरकार के खिलाफ रोष था की राजधानी में जगह-जगह बस क्यू शैल्टर नहीं है जिसका खामियाजा आम आदमी को मौसम की मार के रूप में झेलना पड़ता है। निजी मौसम विज्ञान कंपनी स्काईमेट वेदर के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ अभी भी जम्मू कश्मीर के ऊपर है। यह सिस्टम अगले 12 से 18 घंटों तक प्रभावी रहेंगे और अपना असर भी दिखाएंगे। जिसके चलते दिल्ली एनसीआर में भारी बारिश और ओलावृष्टि हुई है।
इसके प्रभाव से विकसित हुआ चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र अभी पंजाब पर है। उत्तर भारत के कई इलाकों में मौसम का मिजाज़ बिगड़ा हुआ है। पंजाब हरियाणा में बीते दो-तीन दिनों से भारी बारिश हो रही है। पिछले 24 घंटों के दौरान भी हरियाणा, पंजाब और उत्तर-पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भारी वर्षा हुई है। दिल्ली-एनसीआर में 13 मार्च की शाम को उत्तरी भागों में और रात में कई इलाकों में बारिश दर्ज की गई थी। इसी तरह 14 मार्च की दोपहर तक राजधानी दिल्ली में मौसम एकदम साफ था लेकिन 1 बजे से मौसम में बदलाव दिखा और कई स्थानों पर बारिश के साथ ओलावृष्टि रिकॉर्ड की गई।
बारिश की शुरुआत दक्षिण और पश्चिमी दिल्ली से हुई उसके बाद पूर्वी और उत्तर-पूर्वी दिल्ली के अलावा नोएडा, गाज़ियाबाद और फ़रीदाबाद में भी बारिश के साथ व्यापक रूप में ओले गिरे। कंपनी का अनुमान है कि पंजाब और हरियाणा के उत्तरी जिलों और उत्तर-पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भारी वर्षा की गतिविधियां कल सुबह तक देखने को मिल सकती हैं। बारिश के साथ तेज हवाएं चलने, बिजली कड़कने और ओलावृष्टि होने की भी आशंका रहेगी।
कल यानी 15 मार्च की शाम से उत्तर पश्चिम भारत के भागों में मौसम साफ हो जाएगा। उसके बाद कम से कम अगले चार-पांच दिनों तक (20 मार्च तक) उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में बारिश के आसार दिखाई नहीं दे रहे हैं। मौसम से जुए मॉडल्स भी संकेत कर रहे हैं कि 20 मार्च तक उत्तरी भारत के राज्यों में मौसम शुष्क बना रहेगा। मौसम साफ होने के बाद 16 मार्च से उत्तर-पश्चिम भारत के भागों में दिन का तापमान तेजी से ऊपर जाएगा। अधिकांश स्थानों पारा 30 डिग्री के स्तर को भी पार कर सकता है। हालांकि न्यूनतम तापमान 16 और 17 मार्च तक सामान्य से नीचे रहेगा क्योंकि उत्तर पश्चिमी हवाएं तेज़ हो जाएंगी। उसके बाद न्यूनतम तापमान में भी बढ़ोतरी देखने को मिलेगी।
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