भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद गिरफ्तार, जानें क्या है पूरा मामला

भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद गिरफ्तार, जानें क्या है पूरा मामला
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भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद को बीती रात दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। गोविंदपुरी पुलिस स्टेशन में आजाद के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। जिसके बाद उन्हें और अन्य प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया गया है।

भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद को बीती रात दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। गोविंदपुरी पुलिस स्टेशन में आजाद के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। जिसके बाद उन्हें और अन्य प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया गया है।

एएनआई के मुताबिक, बीती रात दिल्ली पुलिस ने रविदास मंदिर मामले में तुगलकाबाद इलाके में हिंसा हुई जिसके बाद भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने बताया कि गोविंदपुरी पुलिस स्टेशन में आईपीसी की धारा 147, 149, 186, 353, 332 के तहत मामला दर्ज किया गया है। आजाद के अलावा अन्य प्रदर्शनकारी भी हिरासत में है। फिलहाल पूरे मामले की जांच की जा रही है।


प्रियंका का ट्वीट

चंद्रशेखर आजाद की गिरफ्तारी के बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया। प्रियंका गांधी ने कहा कि दलतों ने आपनी आवाज उठाई तो उन पर लाठियां बरसाई गईं। वहीं उन्होंने आजाद की गिरफ्तारी को लेकर कहा कि ये दलितों की आवाज का अपमान है और यह कार्रवाई जल्दबाजी में की गई है। पहले सरकार रविदास मंदिर से खिलवाड़ करती है और फिर लाठी और आंसू गैस के गोले चलवाती है।

तुगलकाबाद हिंसा

बीते दिनों रविदास मंदिर हटाने के बाद दिल्ली के तुगलकाबाद और आसपास के इलाकों बीती शाम अचानक हिंसा भड़क गई। हिंसक भीड़ ने कई गाड़ियों में आग लगा दी और कई जगहों पर तोड़फोड़ की। इसके बाद दिल्ली पुलिस ने भीड़ पर लाठी चार्ज किया और आंसू गैस के गोले दाग दिए। इस मामले में 100 से ज्यादा गाड़ियां तोड़फोड़ की गई है। पुलिस के मुताबिक, हिंसा के बाद 70 लोगों को हिरासत में ले लिया गया है।

जानें क्या है पूरा मामला

दिल्ली विकास प्राधिकरण द्वारा हाल ही में 15 शताब्दी के संत मंदिर को गिरा दिया गया। इसकी इजाजत सुप्रीम कोर्ट द्वारा दी गई। जिसके बाद दिल्ली और पंजाब के कुछ हिस्सों में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन शुरू हुआ। सरकार की इस कार्रवाई के बाद अब इन लोगों ने यह एलान किया है कि इस फैसले के खिलाफ राजधानी के जंतर-मंतर पर धरना और प्रदर्शन करेंगे। रविदास समाज और संत समाज ने दोबार मुर्ति लगाने की मांग की है। समुदाय के लोग पहले से ही जंतर मंतर पर पहुंच कर विरोध जता चुके हैं। इससे समाज का मनोबल बढ़ा है और स्थल पर संत रविदास की प्रतिमा लगाने के लिए कहा है। लेकि इसी दौरान आजाद का बयान आया जिसके बाद हिंसा भड़क गई। मीडिया रिपोर्ट के मतुबाकि, एक दलित समाज के नेता ने कहा कि आजाद ने ने निर्देश दिया है कि यदि कोई मर जाता है, तो उसके शरीर को मंदिर ले जाया जाना चाहिए। 10 अगस्त को 15 वीं सदी के मंदिर के विध्वंस के बाद दिल्ली के तुगलकाबाद में भीड़ एकजुट हुई।

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