चुनाव आचार सहिंता से आम जनता पर क्या होगी पाबंदी, भूलकर भी ना करे ये काम

चुनाव आचार सहिंता से आम जनता पर क्या होगी पाबंदी, भूलकर भी ना करे ये काम
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दिल्ली में इलेक्शन को लेकर एलान हो चुका है। 8 फरवरी को चुनाव और 11 फरवरी को नतीजे आएंगे। इसी के साथ आदर्श आचार सहिंता भी लग चुकी है। जानिए आचार सहिंता का राजनितिक पार्टियों पर आम जनता पर क्या असर पड़ता है।

आज चुनाव आयोग ने दिल्ली विधानसभा चुनावों को लेकर तारीखों का एलान कर दिया। इसी के साथ दिल्ली में आदर्श आचार सहिंता लागू हो गई है। आदर्श आचार सहिंता का असर सिर्फ राजनितिक पार्टियों या नेताओं पर ही नहीं बल्कि जनता पर भी पड़ता है। चुनावों से पहले आदर्श आचार सहिंता इसलिए लागू की जाती है ताकि चुनावों को शांति से सम्पन्न किया जा सके। चलिए बताते हैं कि दिल्ली में आदर्श आचार सहिंता लागू हो जाने से आप पर इसका क्या असर पड़ेगा।

राजनितिक पार्टियों और उम्मीदवारों के लिए नियम

भड़काऊ भाषण ना दिए जाए, किसी भी धर्म विशेष के बारे ऐसी बाते ना करे जिससे हिंसा उत्पन्न हो जाए।

कोई भी समारोह आयोजित किए जाए तो अवश्य ध्यान रखा जाए कि यातायात बाधित ना हो, किसी भी रैली या समारोह को आयोजित करने से पहले पुलिस को इसकी जानकारी दी जाए, व मंजूरी ले ली जाए। साथ ही स्पीकर्स आदि की भी परमिशन ले ली जानी चाहिए।

कोई भी नेता या दल किसी विशेष व्यक्ति पर व्यक्तिगत टिप्पणी ना करे, किसी अन्य की सभा में बाधा ना डाले।

धार्मिक जगहों को अपने समारोह के लिए ना चुने। वोट के बदले रिश्वत या अन्य चीज बांटने का प्रयास ना करे। किसी अन्य की दिवार या जगहों पर बिना परमिशन लिए पोस्टर आदि ना लगाए आदि।

इन चीजों का पालन हर दल या नेता को करना चाहिए अन्यथा उस पर कानूनी कार्यवाही या उसको चुनाव आयोग द्वारा निरस्त भी किया जा सकता है।

आम लोग भी ना करे ये

किसी भी पार्टी से वोट के बदले कोई वस्तु जैसे धन, शराब आदि ना ले।

किसी रैली में ऐसी वस्तु लेकर ना चले जिसका हिंसात्मक उपयोग किया जा सके।

किसी नेता या पार्टी की सभा में ऐसा कार्य ना करे या शब्द ना बोले जिससे हिंसा भड़क सके।

मतदान के दौरान पार्टी द्वारा बनाए गए स्टॉल के समीप भीड़ का हिस्सा ना बने।

आम लोगों को आचार सहिंता के समय निम्न बातों का ध्यान रखना चाहिए जिससे वह खुद पर कानूनी कार्यवाही होने से बच सकते हैं।

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