Tandav: जब भगवान शिव बन जीशान अयूब बोले- 'what the...', 'ऊंची जात' के डायलॉग पर घिरे डिनो मौर्या

सैफ अली खान की वेब सीरीज 'तांडव' को बैन करने की मांग जोरो से उठ रही है। बीजेपी नेताओं ने सीरीज के मेकर्स पर हिंदू देवी-देवताओं का अपमान करने का आरोप लगाया है। इस सीरीज को दलितों के खिलाफ भी बताया है। चलिए आज हम आपको वेब सीरीज के उस सीन के बारे में डिटेल में बताएंगे, जिसको लेकर ये विवाद गर्मा रहा है। सबसे ज्यादा विवाद एक मुस्लिम एक्टर को भगवान शिव के रूप में दिखाना और फिर उसके जरिए कॉमेडी करवाना है।
सीरीज में मोहम्मद जीशान अयूब भगवान शिव के रूप लेकर जीशान कैंपस के स्टूडेंट्स को संबोधित करते है। स्टेज पर भगवान शिव का रुप धारण किए जीशान अयूब के पास एक लड़का आता है और उनसे कहता है- 'भोलेनाथ प्रभु ईश्वर, ये राम जी के फॉलोअर्स दिन पर दिन सोशल मीडिया पर बढ़ते ही जा रहे है, लगता है हमें भी कोई नई सोशल मीडिया स्ट्रैटजी बना लेनी चाहिए।'
इस पर जीशान कहते है- 'क्या करूं, नई फोटो लगाऊं', इसके बाद वो लड़का कहता है- 'भोलेनाथ आप बहुत ही भोले है, कुछ नया कीजिए.. बल्कि कुछ नया ट्वीट कीजिए, कुछ सेंसेशनल, कोई भड़कता हुआ शोला, जैसे कि कैंपस के सारे छात्र देशद्रोही हो गए, आजादी-आजादी के नारे लगा रहे है।' ये सुनकर जीशान कहते है- 'आजादी... व्हाट द .... जब मैं सोने गया था तब तक तो आजादी कूल चीज हुआ करती थी... अब बुरी हो गई क्या...'
जीशान स्टूडेंट्स की ओर देखते हुए पूछते है- 'हां भई किस चीज से आजादी चाहिए तुम लोगों को...' ये सुनकर स्टूडेंट्स जोर से कहते है- 'भुखमरी से आजादी... सामंतवाद से आजादी... जातिवाद से आजादी... अत्याचारों से आजादी...' इस सीन को जेएनयू के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार से जोड़कर देखा जा रहा है। आपको बता दें कि कुछ साल पहले जेएन्यू कैंपस में कन्हैया कुमार ने आजादी के नारे लगवाए थे।
वहीं उनका शिव का रुप धारण करना.. इसे लोग हिंदू देवी-देवताओं का अपमान बता रहे है। वहीं एक और सीन को लेकर भी विवाद चल रहा है, एक सीन में एक्टर डिनो मौर्या कहते है कि जब एक छोटी जात का आदमी एक ऊंची जात की औरत को डेट करता है ना... तो वो बदला ले रहा होता है सदियों के अत्याचारों का सिर्फ उस एक औरत से...'
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