ऋतिक रोशन के टॉप 10 डायलॉग्स, जिन्हें सुन अमिताभ बच्चन समेत बॉलीवुड के तीनों 'खान' ने झुकाया सिर

ऋतिक रोशन 10 जनवरी को 47 साल के हो जाएंगे। उनका जन्म 19 जनवरी 1974 को मुंबई में हुआ। ऋतिक शुरू से ही एक्टर बनने का ख्वाब रखते थे। साल 2000 में उन्होंने फिल्म 'कहो ना प्यार है' से अपने फिल्मी करियर की शुरूआत की। खास बात ये है कि ये फिल्म उनके पिता राकेश रोशन ने डायरेक्ट की। ऋतिक अपनी फिल्मों से ज्यादा डायलॉग्स को लेकर जाने जाते थे। चलिए आप भी देखे उनके टॉप 10 डायलॉग्स-
फिल्म- 'कभी खुशी कभी गम'
'कभी-कभी ऐसा क्यों होता है कि अपने पराये हो जाते है'
फिल्म- 'गुजारिश'
'कोई ये भूल के भी ना सोचे कि हम में अब जिंदगी नहीं बची, जितनी भी है, जैसी भी है... जिंदगी बहुत खूबसूरत है'
फिल्म- 'कोई मिल गया'
'कंप्यूटर ने इंसान को नहीं बनाया है.. इंसान ने कंप्यूटर को बना है.. इसलिए जो दिमाग कर सकता है, वो आपको कंप्यूटर नहीं कर सकता'
फिल्म- 'यादें'
'पहले दिन इन्कार किया.. दूजे दिन इकरार किया... तीजे दिन प्यार किया'
फिल्म- 'जोधा अकबर'
'हर मजहब का एहतराम और बर्दाश्त करने की चाहत ही.. आने वाले हिंदूस्तान को सुनहरा बना सकती है'
फिल्म- 'काबिल'
'आदमी का खुद पर भरोसा... उसकी ताकत होती है'
फिल्म- 'बैंग बैंग'
'वो ये सोचते है कि तुम कुछ जानती हो... पर वो ये नहीं जानते कि तुम कुछ नहीं जानती'
फिल्म- 'अग्निपथ'
'लंबे खेल में छोटे मोहरों की जरुरत नहीं होती'
फिल्म- 'कहो ना प्यार है'
'खूबसूरती सादगी में ही है'
फिल्म- 'क्रिश 3'
'बुराई में ताकत जितनी भी हो, उसका अंतिम संस्कार अच्छाई ही करती है'
Tags
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS