राजद्रोह केस में कंगना रनौत की पेशी, 800 रुपए की साड़ी पहन बांद्रा पुलिस स्टेशन पहुंची

राजद्रोह केस में कंगना रनौत की पेशी, 800 रुपए की साड़ी पहन बांद्रा पुलिस स्टेशन पहुंची
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कंगना और रंगोली पर अपने ट्वीट्स के जरिए नफरत फैलाने का आरोप लगाए गए। जिसमें कहा गया कि उन्होंने हिंदू-मुस्लिम के नाम पर माहौल बिगाड़ा है।

बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत और उनकी बहन रंगोली चंदेल को आज बांद्रा पुलिस स्टेशन में पूछताछ के लिए पेश होना पड़ा। दरअसल, कंगना और रंगोली पर अपने ट्वीट्स के जरिए नफरत फैलाने का आरोप लगाए गए। जिसमें कहा गया कि उन्होंने हिंदू-मुस्लिम के नाम पर माहौल बिगाड़ा है। ये आरोप कास्टिंग डायरेक्टर साहिल सईद ने लगाए और उन पर राजद्रोह के तहत मामला दर्जा करवाया। इसी केस को लेकर आज उन्हें बांद्रा पुलिस स्टेशन में हाजिर होना पड़ा।

इस केस को लेकर बांद्रा कोर्ट ने कंगना और रंगोली को पुलिस कार्रवाई में सहयोग करने के आदेश दिए। इसके बावजूद भी दोनों पुलिस के लगातार 3 बार समन भेजने के बाद भी हाजिर नहीं हुई। कंगना ने बॉम्बे हाई कोर्ट से एफआरआई को खारिज करने की मांग की, लेकिन कोर्ट ने ऐसा करने से इनकार कर दिया और 8 जनवरी को उन्हें बांद्रा पुलिस स्टेशन में पेश होने का आदेश दिया। जिसके चलते आज वो बांद्रा पुलिस स्टेशन पहुंची। फोटोज में आप कंगना रनौत के चेहरे से ही उनके आत्मविश्वास की झलक देख सकते है।

कंगना लगातार अपने फैंस के तरफ हाथ हिलाते हुए दिखाई दी। कंगना रनौत वाइट साड़ी में नजर आई। इस वाइट साड़ी के साथ उन्होंने बैकलेस ब्लाउज पहना हुआ था। इस साड़ी की कीमत दिल्ली के कमला नगर मार्किट में सिर्फ 800 रुपए है। कंगना रनौत ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक वीडियो भी शेयर किया। इस वीडियो में कंगना कहती नजर आ रही है कि- 'मैंने जब से देश के हित में बात की है तो मेरे ऊपर अत्याचार किए जा रहे हैं। शोषण किया जा रहा है। ये पूरा देश देख रहा है।

कंगना रनौत आगे कहती है- 'गैरकानूनी तरीके से मेरा घर तोड़ दिया गया। किसानों के हित में बात करने के लिए हर रोज न जाने कितने केस डाले जा रहे है। यहां तक कि हंसने के लिए भी एक केस हुआ है। कोरोना के दौरान डॉक्टरों के हित में बात करने के लिए मेरी बहन रंगोली के ऊपर केस हुआ था। उस केस में मेरा नाम भी डाल दिया गया। उस वक्त मैं ट्विटर पर थी भी नहीं। उस केस को चीफ जस्टिस ने रिजेक्ट भी कर दिया था। चीफ जस्टिस ने कहा कि इस केस का कोई तुक नहीं है।'

कंगना रनौत कहती है- 'मुझसे कहा गया कि आपको पुलिस थाने जाकर हाजिरी लगानी पड़ेगी। किस बात की हाजिरी होगी, ये कोई बताने को तैयार नहीं। मैं सुप्रीम कोर्ट से पूछना चाहती हूं कि ये क्या मेडिवल एज है, जहां औरतों को जिंदा जलाया जाता है। मैं कुछ बोल नहीं सकती, बता नहीं सकती। इस तरह के अत्याचार दुनिया के सामने हो रहे हैं। जिस तरह हजारों खून के आंसू गुलामी में सहे हैं, अगर राष्ट्रवादी बातों को दबाया गया तो यह फिर से सहना पड़ेगा।'

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