Laal Singh Chaddha Review: लाल सिंह चड्ढा की मासूमियत ने बदला बायकॉट की हवा का रुख, आमिर की ये फिल्म जीत लेगी आपका दिल

Laal Singh Chaddha Review: लाल सिंह चड्ढा की मासूमियत ने बदला बायकॉट की हवा का रुख, आमिर की ये फिल्म जीत लेगी आपका दिल
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आमिर खान (Aamir Khan) की विवादों से घिरी फिल्म लाल सिंह चड्ढा (Laal Singh Chaddha Movie Review ) आज रिलीज हो चुकी है, बायकॉट ट्रेंड से गुजर रही यह फिल्म अपने आप में एक 'मुक्कमल' फिल्म है।

आमिर खान (Aamir Khan) की विवादों से घिरी फिल्म लाल सिंह चड्ढा (Laal Singh Chaddha Movie Review) आज रिलीज हो चुकी है, बायकॉट ट्रेंड (Boycott Trend) से गुजर रही यह फिल्म अपने आप में एक 'मुक्कमल' यानी कम्पलीट फिल्म है। इस मूवी में सादगी, मासूमियत और समानता की भावनाएं एक साथ देखने मिलती हैं, बता दें कि आमिर खान कि इस मूवी की तुलना हॉलीवुड की ऑस्कर विनर रही फिल्म 'फॉरेस्ट गंप' से की जा रही है, इसका कारण है दोनों फिल्मों की कहानी कहीं न कहीं एक दूसरे से मेल खाती है। डायरेक्टर अद्वैत चंदन की यह फिल्म कहानी के प्रति काफी ईमानदार है, फिल्म को देखकर यह पता चलता है कि कहानी में अपनी तरफ से किसी चीज को नहीं जोड़ा गया है। यह पठानकोट में रहने वाले एक लाल नाम के लड़के के ऊपर फिल्माई गयी है। लाल के पैर में कोई समस्या है, साथ ही लोग उसे मेंटली चैलेंज्ड (Mentally Challenged) भी समझते हैं। यह कहानी लाल सिंह चड्ढा और देश के इर्द-गिर्द घूमती है।

जानिए क्या है लाल सिंह चड्ढा की कहानी

बात करें लाल सिंह चड्ढा फिल्म की स्टार कास्ट की तो इस फिल्म में आमिर खान (Aamir Khan), करीना कपूर खान (Kareena Kapoor), नागा चैतन्य (Naga Chaitanya), मोना सिंह (Mona Singh) और मानव विज (Manav Vij) आदि कई चेहरे शामिल है। इस मूवी को बड़ी ही मेहनत से बनाया गया है, फिल्म के शुरूआती 20 मिनट में दर्शकों को इस बात का अहसास हो जाता है कि यह मूवी लाल सिंह चड्ढा की बायोग्राफी है। जैसा की हमने आपको बताया कि लाल एक विकलांग बच्चा है, लेकिन उसकी मां यह बात मानने के लिए राजी नहीं होती। उनका मानना था कि उनका बेटा बाकी बच्चों की तरह नार्मल ही है, इसलिए बड़ी मशक्कत के बाद वो अपने बेटे का एडमिशन एक नार्मल स्कूल में करवाती हैं। जहां लाल की मुलाकात रूपा से होती है और लाल को ऐसा लगता है कि रूपा ने उसकी जिंदगी को एक नया रुख दे दिया है।

इस कहानी में देश के इतिहास के हुए कई बहुत बड़े घटनाक्रमों को दिखाया गया है, लेकिन इस बात का भी पूरा ध्यान रखा गया है कि उन घटनाओं को जज न किया जाए। जिसका सीधा मतलब है कि दर्शक इस बात का फैसला खुद लेंगे कि उन्हें उस घटना पर कैसे विचार रखने हैं, लाल एक बहुत ही भोला और मासूम लड़का है जो अपने आस-पास हो रही हर चीज को हैरत भी नजरों से देखता है। यही कारण है कि फिल्म में ज्यादातर लाल की आंखों को जरूरत से ज्यादा खुला हुआ दिखाया गया है।

स्टार कास्ट ने अपने किरदारों के साथ किया इन्साफ

यह कहानी पूरी तरह से लाल सिंह चड्ढा के जीवन पर आधारित है इसलिए पास्ट से प्रेजेंट तक का सफर बारबार तय करती नजर आती है। आमिर की इस मूवी को देखकर आप बिल्कुल बोर नहीं होंगे और फिल्म की कहानी आपको अपने आपसे बखूबी जोड़े रखेगी। वहीं आमिर खान की एक्टिंग स्किल्स ने लोगों का दिल जीता है तो करीना कपूर ने अपने रूपा के किरदार से कुशल अभिनेत्री होने का लोहा मनवाया है। लाल की मां के रूप में मोना सिंह को भले ही स्क्रीन टाइम कम दिया गया है लेकिन उनकी जबरदस्त एक्टिंग से दर्शकों को उनसे कोई शिकायत नहीं है। वहीं नागा चैतन्य के बाला के किरदार ने फिल्म की इमोशनल स्टोरी में हंसी का तड़का बखूबी लगाया है। ओवरआल यह मूवी बायकॉट से ऊपर उठकर बहुत ही अच्छी साबित हुई है, दर्शकों ने इस फिल्म की कहानी को बहुत पसंद किया है।

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