राजेश खन्ना की बायोपिक के लिए साथ आएंगे निखिल द्विवेदी और फराह खान, जल्द शुरु हो सकती है फिल्म

हिन्दी सिनेमा के पहले सुपरस्टार राजेश खन्ना (Rajesh Khanna) की बायोपिक पर काम होना शुरु हो गया है। बॉलीवुड में सुपरस्टार शब्द का इस्तेमाल पहली बार राजेश खन्ना के लिए किया गया था। दिवंगत एक्टर राजेश खन्ना ने अपने करियर में 'आनंद', 'आराधना', 'कटि पतंग', 'अमर प्रेम' और 'खामोशी' जैसी कई हिट फिल्में दी हैं। एक्टर ने 18 जुलाई 2012 को अपनी अंतिम सांस ली थी। लेकिन कहा जाता है कि सुपरस्टार अपने आखिरी सालों में काफी अकेले पड़ गए थे। उनकी बायोग्राफी 'डार्क स्टार: द लोनलीनेस ऑफ बीइंग राजेश खन्ना' (Dark Star: The Lonliness Of Being Rajesh Khanna) में इसके बारें में बताया गया है। एक्टर- प्रोड्यूसर निखिल द्विवेदी (Nikhil Dwivedi) इस किताब को बायोपिक में बदलने की प्लानिंग कर रहे हैं और इसे डायरेक्ट करने के लिए फराह खान (Farah Khan) से बात कर रहे हैं।
एक्टर- प्रोड्यूसर निखिल द्विवेदी, गौतम चिंतामणी (Gautam Chintamani) द्वारा लिखित राजेश खन्ना की बायोग्राफी 'डार्क स्टार: द लोनलीनेस ऑफ बीइंग राजेश खन्ना' पर आधारित बायोपिक बनाने का प्लान कर रहे हैं। निखिल ने इस बायोग्राफी को फिल्म में बदलने के लिए सारे राइट्स ले लिए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक निखिल मशहूर कोरियोग्राफर फराह खान के साथ इसी फिल्म पर काम कर रहे हैं। हालांकि उन्होंने इस बारें में कोई भी बात करने से मना कर दिया है। एक मीडिया से बातचीत करते हुए निखिल ने कहा, "मुझे किताब बहुत दिलचस्प लगी और इसे फिल्म में बदलने का विचार इतने सालों तक मेरे मन में रहा। यह हमारे देश द्वारा देखे गए सबसे प्रतिष्ठित सितारे के पीछे के व्यक्ति को पूरी तरह से समेटे हुए है।"
अपनी बात आगे बढ़ाते हुए निखिल ने कहा, "उनके करियर में गिरावट देखी गई, लेकिन उन्होंने तुरंत वापसी की। वह व्यवसाय में शामिल होने के लिए नहीं था, लेकिन उसने न केवल इसमें कदम रखा, बल्कि उसने इसे जीत भी लिया। अपने करियर के किसी भी मोड़ पर उन्होंने उस शाही आभा को नहीं खोया। उनके व्यक्तित्व के विभिन्न पहलू हैं जिन्हें पुस्तक में अच्छी तरह से उभारा गया है। राजेश खन्ना के जीवन की कहानी बहुत पहले बता दी जानी चाहिए थी। जो लोग वास्तव में उन्हें जानते थे, वे समझ गए थे कि उन्हें इतना खास क्या बनाता है।" वहीं फराह खान ने कहा कि उनके और निखिल के बीच कुछ बातचीत चल रही है, मगर उन्होंने ये भी कहा कि वह इस बारे में ज्यादा डिटेल्स नहीं दे सकतीं। फराह ने कहा, "हां, मैंने गौतम की किताब पढ़ी है और यह बहुत आकर्षक है। हम इस पर बातचीत कर रहे हैं, लेकिन मैं इससे अधिक टिप्पणी नहीं कर सकती।"
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