Fact Check : अब 500, 1000 के पुराने नोट बदल सकते हैं विदेशी नागरिक, जानें वायरल मैसेज का सच

Fact Check : नोटबंदी का दिन तो हर किसी को याद ही होगा। यह दिन 8 नवंबर 2016 का है, जब 500 और 1000 रुपये के पुराने नोट पूरी तरह से बंद हो गए थे। हालांकि, इसके बाद भी काफी समय तक आरबीआई ने अलग-अलग शर्तों के साथ पुराने नोट को एक्सचेंज करने का मौका दिया था। लेकिन, इसके सालों बाद अब सोशल मीडिया पर एक मैसेज खूब वायरल हो रहा है। दावा किया जा रहा है कि विदेशी नागरिकों के लिए पुराने नोट को एक्सचेंज करने की सुविधा को बढ़ा दिया गया है। इस मैसेज के मुताबिक अब विदेशी नागरिक पुराने नोट को बदल सकते हैं। चलिए जानते हैं इस वायरल मैसेज की सच्चाई क्या है।
पड़ताल
जब PIB ने इस वायरल हो रहे मैसेज की पड़ताल की, तो यह पाया गया कि यह मैसेज पूरे तरीके से फर्जी है। PIB के फैक्ट चेक के अनुसार ऐसा कोई भी आदेश भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जारी नहीं किया गया है। उन्होंने इसके लिए ट्वीट करते हुए लिखा कि आरबीआई के नाम से जारी एक आदेश में यह दावा किया गया कि विदेशी नागरिकों के लिए भारतीय डिमोनेटाइज करेंसी नोटों की एक्सचेंज सुविधा बढ़ा दी गई है। यह आदेश बिल्कुल फर्जी है। विदेशी नागरिकों के लिए भारतीय डिमोनेटाइज करेंसी नोटों की एक्सचेंज सुविधा 2017 में समाप्त हो चुकी है।
An order issued in the name of @RBI claims that exchange facility for Indian demonetized currency notes for foreign citizens has been extended#PIBFactCheck
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) March 6, 2023
✅This order is #fake
✅The exchange facility for Indian demonetized currency notes for foreign citizens ended in 2017. pic.twitter.com/cF0IwMu3Wb
रहें सावधान
यह तो आप सब जानते ही होंगे कि सोशल मीडिया पर अकसर इस तरह के मैसेज वायरल होते रहते हैं। जब तक इनकी सच्चाई न पता चल जाए इस तरह के मैसेज पर न तो भरोसा करना चाहिए और न ही इन्हें किसी के साथ शेयर करना चाहिए। इसके साथ ही आपको बता दें कि ऐसी ही फेक खबरों की सत्यता का पता लगाने के लिए सरकार की ओर से PIB फैक्ट चेक की शुरुआत की गई है।
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