Fact Check: क्या सच में अल्पसंख्यक मंत्रालय से जुड़ा है राष्ट्रीय मदरसा बोर्ड, जानिए सच

Fact Check: देश-विदेश की खोज खबर रखने के लिए लोग सोशल मीडिया के माध्यम खबरों पर नजर रखते हैं। जहां एक तरफ इंटरनेट पर लोग सरकारी, गैर सरकारी हर एक विभाग की जानकारी के लिए सोशल प्लेटफॉर्म का उपयोग करते है तो वहीं फ्रॉड करने वाले लोग तरह-तरह के तरीके अपनाते हैं, ताकि आम जनता उनके बहकावे में आ जाए। इन खबरों में इतनी समानता होती है कि सही और गलत के बीच अंतर कर पाना मुश्किल हो जाता है।
इंटरनेट पर अक्सर फेक न्यूज चलती रहती है, जिसकी वजह से कई बार लोगों को गलतफहमी हो जाती है और वे उस बहकावे में आ जाते हैं। बीते दिनों लोगों के टैक्स रिफंड अमाउंट को लेकर एक पोस्ट वायरल हो रही थी, जिसमें दावा किया जा रहा था कि आपका अमाउंट अप्रूव कर दिया गया। बस दिए गए लिंक पर क्लिक करें। फ्रॉड करने वाले लोग ऐसी-ऐसी तरकीब अपनाते हैं कि सही खबर और गलत में फर्क कर पाना मुश्किल हो जाता है। एक ऐसा ही फ्रॉड पोस्ट इन दिनों सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जो मदरसा बोर्ड को लेकर है। इसमें दावा किया जा रहा है कि नेशनल मदरसा बोर्ड अल्पसंख्यक मंत्रालय से जुड़ा है और इसने शिक्षकों के लिए सैकड़ों भर्ती निकाली है।
National Madarsa Board For School Education claims to be associated with @MOMAIndia & has issued advertisement for recruitment of Madarsa teachers#PIBFactCheck
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) August 4, 2023
▶️ This organization is not associated with Govt of India
▶️ Never disclose personal information on such websites pic.twitter.com/ExMdU8pgcI
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इस दावे की जब जांच की गई तो पता चला कि यह दावा पूरी तरह से फेक है। कृपया इस भरोसा न करें। PIB Fact Check ने बताया कि यह खबर भारत सरकार (जीओआई) से जुड़ी नहीं है। पीआईबी फैक्ट चेक ने दावे को अफवाह घोषित करते हुए बताया कि इस तरह की खबरों पर भरोसा न करें। साथ ही यह भी बताया कि इस प्रकार की साइट पर आंख मूंदकर भरोसा न करें और न ही अपने पर्सनल डाॅक्यूमेंट का खुलासा करें।
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