हरियाणा में घर-घर जाकर डॉक्टर मरीजों का करेंगे इलाज, अस्पताल आने की जरूरत नहीं

हरियाणा में घर-घर जाकर डॉक्टर मरीजों का करेंगे इलाज, अस्पताल आने की जरूरत नहीं
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लॉकडाउन के दौरान अस्पतालों में ओपीडी बंद हैं, ऐसे में बीमार व्यक्ति को अब घर पर ही इलाज मिलेगा। इसके लिए रोडवेज बसों को चलता-फिरता क्लिनिक बनाया गया है। 15 मोबाइल हेल्थ टीम तैयार हैं और हर टीम में डॉक्टर, फार्मासिस्ट और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी होंगे।टीम हर गांव-गांव जाकर बीमार व्यक्ति का चेकअप करेंगी और दवाएं भी देंगी। ये सुविधा सोमवार से ही शुरू हो जाएगी।

लॉकडाउन के दौरान अस्पतालों में ओपीडी बंद हैं, ऐसे में बीमार व्यक्ति को अब घर पर ही इलाज मिलेगा। इसके लिए रोडवेज बसों को चलता-फिरता क्लिनिक बनाया गया है। 15 मोबाइल हेल्थ टीम तैयार हैं और हर टीम में डॉक्टर, फार्मासिस्ट और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी होंगे।

टीम हर गांव-गांव जाकर बीमार व्यक्ति का चेकअप करेंगी और दवाएं भी देंगी। ये सुविधा सोमवार से ही शुरू हो जाएगी। गांवों के अलावा ये मोबाइल हेल्थ टीम शहर की गली-गली भी पहुंचेंगी और जिसे जो भी बीमारी है उसकी दवा दी जाएगी। हर सामुदायिक केंद्र के हिस्से दो मोबाइल टीम आएंगी। बता दें कि कोरोना वायरस से बचने के लिए लॉकडाउन किया गया है। 18 दिनों से पीजीआई और नागरिक अस्पताल की ओपीडी बंद हैं।

पीजीआई में हर रोज करीब 7 हजार लोग ओपीडी में आते थे, वहीं लगभग 4 हजार लोग नागरिक अस्पताल में भी इलाज के लिए आते ओपीडी में आते थे। जब से लॉकडाउन हुआ तब से रुटीन में आने वाले मरीजोंं के चेकअप और उन्हें दवाएं भी नहीं मिल पा रही। इसलिए व्यवस्था की गई है कि जब तक लॉकडाउन नहीं खुलेगा तब तक घर-घर जाकर बीमार व्यक्ति को इलाज दिया जाए।

ऐसे काम करेंगी टीम

गांवों में दो अलग-अलग जगहों पर मोबाइल हेल्थ टीम खड़ी होगी। यहां आशा वर्कर के जरिए एक-एक करके मरीज को घरों से बुलाया जाएगा। उसे दवा देने और घर भेजने के बाद ही दूसरे बीमार व्यक्ति का नंबर आएगा। इसी तरह शहरों में एक गली के बाहर टीम की गाड़ी खड़ी होगी। यहां भी आशा वर्कर और सामुदायिक केंद्र की सहायता से एक-एक करके बीमार व्यक्ति को घर से बुलाया जाएगा।

सोशल डिस्टेंसिंग होगी

मोबाइल हेल्थ टीम एक-एक करके इसलिए बीमार व्यक्तियों को घर से बुलाएगी, ताकि गाड़ी केे पास भीड़ ना हो। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए हर बीमार व्यक्ति को दवा गाड़ी में ही दी जाएगी।

कोरोना संदिग्ध है तो स्क्रनिंग भी होगी

मोबाइल हेल्थ टीम अपने साथ कॉमन बीमारियों की दवा का पूरा स्टॉक रखेगी। इसके साथ ही जरूरत पड़ने पर कोविड-19 के लक्षण वाले संदिग्ध मरीज की स्क्रिनिंग भी की जाएगी। इसके अलावा मोबाइल हेल्थ टीम ने कितने मरीजों को दवा दी और इसका डाटा भी हर रोज स्वास्थ्य विभाग को देना होगा।

भीड़ नहीं लगने दें

हमारा उद्देश्य बीमार व्यक्ति को उसके घर तक इलाज पहुंचाना है। मोबाइल हेल्थ टीम की गाड़ी जाएगी तो उसके आसपास भीड़ ना लगाएं। सोशल डिस्टेंसिंग बनाकर रखें। टीम सोमवार से ही काम शुरू कर देगी।

घबराएं नहीं, घर मिलेगा इलाज

ओपीडी बंद हैं, इसलिए लोगों को घरों तक इलाज पहुंचाया जाएगा। इसके लिए 15 मोबाइल टीम तैयार हैं। रोहतक के लोग घबराएं नहीं प्रशासन ने पूरी व्यवस्था की है।


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