Suicide : एसीपी न लगने से आहत फायर ब्रिगेड कर्मचारी ट्रेन के आगे कूदा, सुसाइड नोट में साथियों पर जड़े ये आरोप

जींद। एसीपी न लगने से आहत फायर ब्रिगेड कर्मी (Fire brigade employee) ने गांव घासो रेलवे स्टेशन के निकट रेलगाड़ी के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली। मृतक द्वारा छोड़े गए सुसाइड ( Suicide) नोट में तीन फायर ब्रिगेड कर्मियों को मौत के लिए जिम्मेवार ठहराया गया है। रेलवे पुलिस(Railway police) ने सुसाइड नोट को आधार मान मृतक के भाई की शिकायत पर तीन फायर ब्रिगेड कर्मियों के खिलाफ आत्महत्या के लिए मजबूर करने का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
गांव घासो खुर्द निवासी बलराज (50) ने सोमवार को गांव के निकट से गुजरने वाली जींद-फिरोजपुर रेलवे लाइन पर रेलगाड़ी के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली। घटना की सूचना पाकर रेलवे पुलिस मौके पर पहुंच गई और हालातों का जायजा लिया। पुलिस ने मृतक की जेब से सुसाइड नोट बरामद किया है। जिसमें बताया गया कि वह फायर ब्रिगेड में कार्यरत है। छह जुलाई 2008 को जींद फायर ब्रिगेड में डयूटीरत था। उसकी द्वितीय एसीपी चार मार्च 2014 को डीसी आफिस ने लगा दी थी। उसके ही साथी कर्मचारियों ने डीसी आफिस को गुमराह करके द्वितीय एसीपी 2015 में कटवा दी। जिसके पीछे फायरमैन मामनराम, रामभगत तथा देवीप्रसन जो हिसार में कार्यरत हैं मुख्य रूप से शामिल रहे। अब भी उसे परेशान कर रहे हैं, जिसके चलते वह मानसिक रूप से बहुत ज्यादा परेशान हो गया है। उसकी आर्थिक हालात भी काफी कमजोर हो गई है।
तत्कालीन नगर परिषद के ईओ ने भी उनका नाम लिया था, जो उसके समकक्ष हैं वे द्वितीय एसीपी का लाभ ले रहे हैं। सुसाइड नोट में तीनों लोगों को अपनी मौत का जिम्मेदार ठहराया गया है। सुसाइड नोट में अपने भाई बलजीत का मोबाइल नम्बर भी दिया है। रेलवे पुलिस ने सुसाइड नोट को आधार मान मृतक के भाई बलजीत की शिकायत पर फायरमैन मामन राम, रामभगत तथा देवीप्रसन के खिलाफ आत्महत्या के लिए मजबूर करने का मामला दर्ज किया है। रेलवे पुलिस मामले की जांच कर रही है।
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