आरोग्य सेतू ऐप शहर में 90 हजार लोगों ने डाउनलोड की, 30 लोगों में मिले बीमारी के लक्षण

आरोग्य सेतू एप पर पॉजिटिव मिले लोगों की अब ट्रैकिंग शुरू हो गई है। दो दिन में करीब 320 ऐसे लोगों को फोन किए गए, जिन्होंने एप के जरिए अपने शरीर में कोरोना के लक्षण बताए थे। एप कामयाब रहा और दो दिनों में 25 से 30 लोग ऐसे मिले जिनमें लक्षण हैं या उनकी ऐसी हिस्ट्री है। सभी को फोन करके नागरिक अस्पताल में आने के लिए कहा गया है। यहां उनके सैंपल लेकर जांच की जाएगी।
जो लोग अस्पताल तक नहीं आ सकते उन्हें एंबूलेंस लेकर आएगी। दूसरा पहलू ये भी है कि जिन 320 लोगों को फोन किया उनमें 290 ऐसे भी हैं जिन्होंने एप में तो खुद को पॉजिटिव बताया, लेकिन वे हैं बिल्कुल स्वस्थ्य। इन 290 में से अधिकतर लोगों का कहना है कि खाली बैठे थे, सोचा एप ही चेक कर लें। चिकित्सकों का कहना है कि एप में ठीक जानकारी डालें ताकि ट्रैक करते समय आसानी और टीम का समय अधिक खराब न हो।
2 अप्रैल को लांच, 90 हजार से ज्यादा ने इंस्टॉल किया
आरोग्य सेतू एप 2 अप्रैल को लॉंच किया गया था। रोहतक में एक सप्ताह पहले तक 90 हजार से ज्यादा लोगों ने इसे इंस्टॉल किया। इसमें उन्होंने जो भी जानकारी फीड की उसके आधार पर सभी का मुल्यांकन होगा। जिन लोगों ने एप के जरिए खुद को निगेटिव बताया, उनके पास फोन नहीं किए जा रहे।
पहले दिन 6, दूसरे दिन करीब 30
21 अप्रैल को सुबह 9 से शाम 5 बजे तक 120 लोगों के पास फोन किया गया। इनमें से 6 लोगों को ट्रैस किया गया। जबकि दूसरे दिन यानी बुधवार शाम तक करीब 200 लोगोें को फोन किया गया। इनमें से 25-30 लोगों को ट्रैस किया गया है, जिन्होंने लक्षण बताएं हैं। सभी को नागरिक अस्पताल में आकर सैंपल देने के लिए कहा गया है।
टीम लगी है
एप के लिए स्वास्थ्य विभाग ने डॉ. दिनेश गर्ग को नोडल ऑफिसर बनाया है। टीम में डॉ. कनिका बंसल, डॉ. शीन और शबनम समेत शामिल हैं। टीम सुबह 9 बजे फोन करने शुरू करती है और पांच बजे तक डाटा इकट्ठा करती है।
हर रोज बताते हैं, कितने फोन करने हैं
दरअसल आरोग्य सेतू एप पीएमओ से संचालित हो रहा है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि हर रोज वहीं से आंकड़े आते हैं कि किसे-किसे फोन करना है। ये बताना भी कठिन होगा कि कितने लोगों ने एप इंस्टॉल किया है।
ऐेसे काम करता है एप
इस एप को एंड्रॉयड गूगल प्ले स्टोर और आईओएस स्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं। आरोग्य सेतू ऐप हिंदी, अंग्रेजी समेत कुल 11 भाषाओं में जानकारी उपलब्ध कराता है। पहले यूजर को खुद का मूल्यांकन करना होता है। रजिस्टर करने के लिए अपना मोबाइल नंबर दर्ज करना होगा और फिर उसी नंबर पर आए ओटीपी से इसका इस्तेमाल कर पाएंगे। जैसे-जैसे आप ऐप में आगे बढ़़ते जाएंगे, आपका जेंडर, उम्र, विदेश यात्रा का इतिहास और सर्दी, खांसी और जुकाम जैसी चीजों के बारे में हां या ना जैसे कुछ सवाल आते रहेंगे। ऐप आपसे डायबिटीज या हाइपरटेंशन के बीमारी के बारे में भी जानकारी जुटाएगा। ऐप में कई दफा आपको सही जानकारी देने की बात दोहराई जाती रहेगी। यदि आपका परीक्षण सकारात्मक आता है तो यह एप आपका डाटा को सरकार के साथ साझा करेगा।
लगातार ट्रैक कर रहे हैं
टीम बना दी गई है। एप के जरिए जिन लोगों ने खुद को लक्षण बताए थे, उन्हें ट्रैस किया जा रहा है। दो दिन में कॉल करके लोगों को ट्रैस किया गया है। सभी को अस्पताल में आकर सैंपल देने के लिए कहा गया है। लोग इस एप में गलत जानकारी ना भरें। ट्रैक करने और फोन करने में जो समय लगता है वह बचेगा।
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