अस्पातल ने डेंगू से मौत की जानकारी छुपाई, कोरोना वायरस से मरने की अफवाह से हडकंप

अस्पातल ने डेंगू से मौत की जानकारी छुपाई, कोरोना वायरस से मरने की अफवाह से हडकंप
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डेंगू से पीडि़त गांव मोहम्मदपुर निवासी एक व्यक्ति की निजी अस्पताल में मौत हो गई। खास बात यह है कि कोरोना जैसी महामारी के बीच निजी अस्पताल ने इसकी जानकारी छुपाये रखी। इसकी जानकारी मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग से लेकर जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया।

डेंगू से पीडि़त गांव मोहम्मदपुर निवासी एक व्यक्ति की निजी अस्पताल में मौत हो गई। खास बात यह है कि कोरोना जैसी महामारी के बीच निजी अस्पताल ने इसकी जानकारी छुपाये रखी। इसकी जानकारी मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग से लेकर जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया। अस्पताल को नोटिस भेजकर प्रशासन ने जवाब मांगा है। वहीं डीसी यशेन्द्र सिंह ने कहा कि अस्पताल के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल टेस्ट रिपोर्ट के आधार पर मौत का कारण डेंगू बताया गया है।

स्वास्थ्य विभाग के अनुसार बावल के गांव मोहम्मदपुर निवासी विजय सिंह की कुछ दिन पहले तबीयत बिगड़ी थी। पहले घर पर ही वह दवाई लेता रहा, लेकिन जब तबीयत ज्यादा खराब हुई तो परिजनों ने उसे शहर के रणबीर हुड्डा चौक स्थित मात्रिका अस्पताल में भर्ती कराया। वहां उसका इलाज चल रहा था और उसने दम दौड़ दिया।

उसकी मौत का कारण मात्रिका अस्पताल ने टेस्ट रिपोर्ट के आधार पर डेंगू बताया, लेकिन इसकी जानकारी स्वास्थ्य विभाग व जिला प्रशासन को नहीं दी। सोमवार को किसी व्यक्ति ने डीसी कार्यालय को विजय सिंह की मौत के बारे में बताते हुए कहा कि उसकी मौत कोरोना से हो सकती है। क्योंकि उसमें कुछ लक्षण दिखाई दे रहे थे। सूचना के बाद प्रशासन में हड़कंप मच गया।

आनन-फानन में अस्पताल को सील करने से लेकर सेनिटाइज करने का आदेश दिया गया। उसके बाद अस्पताल से जानकारी जुटाई गई तो पता चला कि उसकी मौत डेंगू से हुई है, लेकिन इस बीच जो सबसे बड़ी बात सामने निकल आई वो यह है कि अस्पताल ने विजय सिंह के उपचार से लेकर उसकी मौत तक की जानकारी प्रशासन से छुपाई रखी। अब यहीं कारण है अस्पताल के खिलाफ कार्रवाई की तलवार लटकी हुई है।

स्वास्थ्य विभाग को जानकारी देना जरूरी

कोरोना वायरस के चलते केन्द्र से लेकर प्रदेश सरकार ने तमाम निजी अस्पतालों को आदेश देते हुए यह अनिवार्य किया हुआ है कि अगर उनके यहां किसी तरह का कोई संदिग्ध मरीज पहुंचे तो इसकी जानकारी तुरंत स्वास्थ्य विभाग व जिला प्रशासन को दे, लेकिन मात्रिका अस्पताल ने डेंगू से पीडि़त व्यक्ति का ना केवल इलाज किया, बल्कि उपचार के दौरान उसकी मौत होने तक की जानकारी को छुपाये रखा। प्रशासन की तरफ से भी अस्पताल को नोटिस भेजा गया है।


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