Haryana में अब आईटीआई खोलने की कवायद शुरू, जुलाई माह से शुरू हो सकती हैं कक्षाएं

Haryana में अब आईटीआई खोलने की कवायद शुरू, जुलाई माह से शुरू हो सकती हैं कक्षाएं
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प्रदेश में शिक्षा विभाग के बाद अब कौशल विकास एवं औद्योगिक प्रशिक्षण विभाग ने भी आईटीआई खोलने की कवायद शुरू कर दी है। सभी राजकीय और प्राइवेट आईटीआई के मुखियाओं से 12 जून तक सुझाव मांगे गए हैं।

सूरज सहारण. कैथल

शिक्षा निदेशालय की तर्ज पर अब कौशल विकास एवं औद्योगिक प्रशिक्षण विभाग ने भी आईटीआई खोलने की कवायद शुरू कर दी है। जुलाई माह से कक्षाएं शुरू हो सकती हैं। कौशल विकास विभाग के संयुक्त निदेशक संजीव शर्मा ने प्रदेश के सभी राजकीय और प्राइवेट आईटीआई के मुखियाओं को ई-मेल के माध्यम से पत्र भेजते हुए आदेश दिए हैं कि वे अपने-अपने जिलों में संस्थान खोलने को लेकर किए जाने वाले प्रबंधन के बारे में 12 जून तक सूचना भिजवाना सुनिश्चित करें ताकि उसके अनुसार आईटीआई खोलने बारे कार्रवाई की जा सके।

पत्र के माध्यम से उन्होंने कहा कि सभी संस्थानों के मुखिया यह सुझाव भेजें कि स्थानीय परिस्थितियों के मद्देनजर किस तिथि से प्रशिक्षण शुरू किया जा सकता है। इसके साथ ही संस्थान में विद्यार्थियों की उपस्थिति को लेकर कोविड-19 के रोकथाम को लेकर क्या-क्या आवश्यक उपाय किए गए हैं। यही नहीं छात्र-छात्राओं की उपस्थिति को किस तरह से व्यवस्थित किया जाए इस बारे भी सभी प्रधानाचार्य से उनकी टिप्पणी मांगी गई है। यह भी बताया गया है कि संस्थान में प्रशिक्षण के दौरान डिस्टेंसिंग और सेनिटेशन का पूरा ध्यान रखा जाए। इसके साथ ही यह भी आदेश दिए गए हैं कि सभी संस्थान के मुखिया विभिन्न चरणों में अभिभावक अध्यापक मीटिंग का आयोजन करें ताकि समुचित तरीके से प्रशिक्षण का प्रबंध किया जा सके।

गौरतलब है कि विभाग द्वारा प्रदेश में करीब 172 सरकारी और 246 प्राइवेट आईटीआई चलाए जा रहे हैं सभी इकाइयों में एक लाख विद्यार्थी प्रशिक्षण ले रहे हैं। कोविड-19 की रोकथाम को लेकर 22 मार्च से लेकर अब तक संस्थान बंद कर दिए गए थे। इस कारण विद्यार्थियों की थ्यूरी की कक्षाएं तो चल रही थी लेकिन प्रायोगिक प्रशिक्षण नहीं दिया गया है। देखने वाली बात यह भी है कि आईटीआई विभाग पूरी तरह से प्रायोगिक प्रशिक्षण पर ही निर्भर करता है। आईटीआई में प्रदेश के आधुनिक उद्योगों को कुशल श्रमिक व मकैनिक तैयार होते हैं। आज आईटीआई के लाखों विद्यार्थी प्रदेश के उद्योगों के लिए आधार स्तंभ बने हुए हैं। ऐसे में विद्यार्थियों का प्रशिक्षण ज्यादा लंबे समय तक प्रभावित न हो इसे लेकर ही कौशल विकास एवं उद्योग विभाग हरियाणा कदम उठाए हैं। राजकीय आईटीआई कैथल के प्रधानाचार्य सतीश मच्छाल ने बताया कि निदेशालय ने संस्थान शुरू करने पर काम शुरू कर दिया है। इसे लेकर जल्द ही सूचना निदेशालय को प्रेषित कर दी जाएगी।

कोविड-19 से बचाव के प्रबंधों के बारे में विस्तार से जवाब मांगा गया

कौशल विकास एवं औद्योगिक प्रशिक्षण विभाग हरियाणा के संयुक्त निदेशक संजीव शर्मा ने बताया कि आईटीआई खोलने को लेकर कवायद शुरू कर दी गई है। सभी प्रदेश के सभी आईटीआई के प्रधानाचार्यों से वहां की लोकल स्थिति व कोविड-19 से बचाव के प्रबंधों के बारे में विस्तार से जवाब मांगा गया है जिसकी अंतिम तिथि बारह जून निर्धारित की गई है। इसके बाद की सरकार व उच्च अधिकारियों से विचार-विमर्श कर संस्थान खोलने बारे निर्णय लिया जाएगा।

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