Corona virus : रेवाड़ी में बनी पीपीई किट को मिली भारत सरकार से मान्यता

रेवाड़ी। ललिता मेमोरियल अस्पताल के चिकित्सक दंपति डॉ. घनश्याम मित्तल व डॉ. सीमा मित्तल द्वारा तैयार की गई पीपीई किट (PPE kit) को मानकों के अनुरूप मानते हुए भारत सरकार(Indian government) ने मान्यता दे दी है। जिससे चिकित्सक दंपति ने इसे अपने साथ-साथ रेवाड़ी का सम्मान बताया है।
डॉ. घनश्याम मित्तल ने बताया कि चिकित्सक होने के नाते कोरोना महामारी से चिकित्सकों व मेडिकल स्टाफ की सुरक्षा के मानकों पर खरा उतरने वाली पीपीई किट बनाना उनके लिए बड़ी चुनौती थी, परंतु उन्होंने चाइनीज किट के मुकाबले सुरक्षा मानकों का ध्यान रखते हुए उतारने व पहनने में संक्रमण से बचाव को ध्यान में रखते हुए किट का डिजाइन किया। लोकल स्तर पर निर्माण व संसाधनों की कमी के बावजूद वह ऐसा करने में सफल रहे तथा भारत सरकार से मंजूरी मिलने हमारे लिए ही नहीं, बल्कि रेवाड़ी व प्रदेश के लिए भी गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि उनका मुख्य उद्देश्य किट तैयार कर सस्ते दामों पर मुहैया करवाकर कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई में अपना सहयोग देना है।
अलग-अलग क्षेत्रों में काम करने वालों के लिए होगा निर्माण
उन्होंने कहा कि चिकित्सकों व मेडिकल स्टाफ के अलावा अलग-अलग क्षेत्रों में काम करने वाले अलग-अलग तरीके से यह ड्रेस पहननी चाहिए तथा इसी को ध्यान में रखते हुए पीपीई किट का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य कर्मियों व पुलिसकर्मी तीन तह वाला सर्जिकल मास्क, हुड या फेस शील्ड एव साधारण कोरोना पोशाक का इस्तेमाल कर सकते हैं। रोगियों की स्क्रीनिंग करते समय गुणवत्ता पर खरी उतरी पोशाक ही पहननी चाहिए। आईसीयू में भर्ती कोरोना संक्रमित का सैंपल लेते समय चिकित्सक व चिकित्सा कर्मियों को मान्यता प्राप्त पोशाक ही पहननी चाहिए। सैनिटाइजेशन करने वाले कर्मी, सफाई कर्मी व पुलिस कर्मी स्तर 1 की पीपीई किट (पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट) पोशाक का इस्तेमाल कर सकते हैं।
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