शराब माफिया भूपेंद्र के पंजाब और छत्तीसगढ से जुड़े तार, पुलिस को मिली ये नई जानकारी

शराब माफिया भूपेंद्र के पंजाब और छत्तीसगढ से जुड़े तार, पुलिस को मिली ये नई जानकारी
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पंजाब डिस्टलरी में आबाकारी विभाग की टीम को छतीसगढ़ के लेबल की मिली थी शराब। पुलिस अधीक्षक की तरफ से छतीसगढ़ में भेजा गया दोबारा से नोटिस, पहले का नहीं मिला था जवाब

हरिभूमि न्यूज। सोनीपत

खरखौदा थाना क्षेत्र स्थित मालगोदाम से पुलिस कर्मचारियों के साथ मिली भगत कर शराब चोरी करने का मास्टरमाइंड भूपेंद्र अंतरराज्यीय शराब तस्कर ट्रक पंजाब से लेकर आता था। आरोपित ने रिमांड के दौरान पूछताछ में इसका खुलासा किया था। भूपेंद्र की पंजाब डिस्टलरी में सांठगांठ थी। एक्साइज ड्यूटी बिना दिए शराब को कालाबाजारी में मनमानी मात्रा में लेकर आता था। पुलिस का मानना था कि भूपेंद्र फर्जी लेबल चस्पा करके दूसरे प्रांतों की शराब भी बना लेता था। पुलिस को सूचना मिली है कि पंजाब डिस्टलरी में आबकारी विभाग की टीम को छत्तीसगढ़ की शराब भी मिली थी। इससे स्पष्ट है कि डिस्टलरी में ही शराब में खेल किया जा रहा है। भूपेंद्र की डिस्टलरी तक सेटिंग थी। जरूरी जानकारी के लिए एसआइटी ने पंजाब डिस्टलरी को नोटिस जारी कर जानकारी मांगी है। डिस्टलरी का जवाब मिलने के बाद जांच आगे बढ़ेगी।

भूपेंद्र की शराब तस्करी का खेल अजीब था। वह डिस्टलरी से सीधे शराब लाता था। फर्जी रूट पास पर उसके ट्रक एक्साइज ड्यूटी दिए बिना डिस्टलरी से शराब लाते थे। एक ही सस्ते ब्रांड की शराब को अलग-अलग तरह की बोतल और पैकिंग लगाकर कई महंगे ब्रांड तैयार कर लिए जाते थे। एसआइटी की जांच में सामने आया था कि भूपेंद्र की डिस्टलरी में अच्छी सेटिंग थी। भूपेंद्र शराब को कई प्रदेशों में सप्लाई करने के साथ ही ठेकों पर भी देता था। उसके खेल में पुलिस और आबकारी विभाग के अधिकारी भी मिले हुए थे। पुलिस को अभी तक उस जगह की तलाश थी, जहां से भूपेंद्र शराब की असली जैसी दिखने वाली विभिन्न ब्रांड की बोतल और असली जैसे लेबल प्राप्त करता था।

एसआइटी सूत्रों के अनुसार भूपेंद्र को इनकी उपलब्धता डिस्टलरी से ही होती थी। एसआइटी के संज्ञान में आया है कि पिछले दिनों पंजाब की एक डिस्टलरी पर पंजाब के आबकारी विभाग ने छापामारी की थी। उस समय डिस्टलरी में छत्तीसगढ़ सप्लाई की शराब मिली थी। जबकि पंजाब से न तो छत्तीसगढ़ को शराब की सप्लाई की जाती थी और न ही उसके पास ऐसा कोई लाइसेंस था। उसके चलते एसआइटी को आशंका है कि भूपेंद्र को भी डिस्टलरी से पैकिंग और बोतल मिलते होंगे। भूपेंद्र से पूछताछ के बाद सोनीपत पुलिस ने पंजाब पुलिस को पत्र भेजा था। उसके आधार पर पंजाब आबकारी विभाग ने डिस्टलरी पर छापामारी की थी। उसमें छत्तीसगढ़ और रांची के लेबल वाली शराब मिली थी। जबकि कंपनी के पास वहां शराब सप्लाई का कोई लाइसेंस नहीं था। पुलिस का मानना है कि डिस्टलरी में उक्त शराब भूपेंद्र के लिए तैयार हो सकती है। इसके चलते डिस्टलरी को नोटिस जारी किया गया है।

पंजाब आबकारी विभाग को रजपुरा की एनवी डिस्टलरी से रांची और छत्तीसगढ़ ब्रांड की शराब मिली थी। इस संबंध में जांच की जा रही थी। पुलिस की तरफ से डिस्टलरी को नोटिस जारी किए थे, वहां से संतोषजनक उत्तर नहीं मिला था। अब दोबारा से नोटिस भेजे गए हैं। नोटिस का उत्तर मिलने के बाद जांच आगे बढ़ेगी।

जशनदीप सिंह रंधावा, पुलिस अधीक्षक सोनीपत।

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