Bhiwani : थ्री इडियट मूवी की तर्ज पर वीडियो कॉल से गाय की करवाई डिलीवरी

कुलदीप शर्मा: भिवानी
थ्री इडियट मूवी हर किसी ने देखी होगी। मूवी में जब एक महिला को प्रसव पीडा हो रही थी तथा चिकित्सक मौके पर उपस्थित नहीं थे तो वीडियो कॉल के द्वारा फिल्म के हीरो आमिर खान ने जैसे-जैसे चिकित्सक ने बताया वैसे वैसे डिलीवरी(Delivery) करवाई थी। ऐसा ही वाक्या रविवार को घटित हुआ। फर्क सिर्फ इतना था कि प्रसव पीड़ा से महिला की जगह गाय परेशान थी। जब भिवानी के लाडले ने देखा कि गाय प्रसव पीड़ा से परेशान है तो उसने तुरंत भिवानी अपने भाई के पास फोन कर इसकी सूचना दी। बड़े भाई ने भी बिना देरी किए गोसेवक से संपर्क साधा तथा वीडियो कॉल पर जानकारी देते रहे। कुछ देर बाद जब गाय ने एक सुंदर बछड़े को जन्म दिया तो सब ने राहत की सांस ली तथा टेक्नोलॉजी के द्वारा हुई इस डिलीवरी का सोमवार को शहर भर में चर्चा रही।
खाना खाने के बाद बाहर घूमने निकले थे नवदीप सिंह
भिवानी के रहने वाले नवदीप सिंह कोलकता में एक कंपनी में मैनेजर के रूप में कार्य कर रहे हैं। रविवार रात को खाना खाने के बाद नवदीप सिंह बाहर घूमने के लिए निकले थे। जब वो थोड़ी दूरी पर गए तो उन्होंने देखा कि एक गाय प्रसव पीड़ा से परेशान हो रही थी। इस पर पहले तो नवदीप सिंह ने अपने स्तर पर प्रयास किया लेकिन जब गाय की परेशानी बढ़ती दिखी तो उन्होंने तुरंत भिवानी अपने बड़े भाइ सूर्या के पास फोन कर इसकी सूचना दी। सूर्या ने कहा कि पहले तो उसे घबराने की आवश्यकता नहीं है। सूर्या ने बिना देरी करते हुए गोसेवक गुलशन को वीडियो कॉल पर शामिल किया। गुलशन ने नवदीप सिंह को बताया कि पहले तो वो अपने अन्य साथी को बुलाए। इस पर नवदीप ने तीन अन्य साथियों को मौके पर बुला लिया।
वीडियो कॉल में गुलशन ने देखा कि गाय के बच्चे के पांव के खुर बाहर निकले हुए थे इस पर उन्होंने नवदीप को कहा कि बच्चे के पांव को पकड़ कर खींच ले। लेकिन जब काफी प्रयास के बाद भी बच्चा बाहर नहीं आया । बच्चे का पांव अंदर मुडा हुआ था इस पर नवदीन ने बच्चे के पांव को सीधा किया तथा उसके बाद जब उसके बाहर निकले पांव को पकड़कर खींचा तो बच्चा धीरे धीरे बाहर आ गया। जब उन्होंने देखा तो वह काले रंग का बछड़ा था। इस पर उन्होंने राहत की सांस ली। बच्चे के पैदा होने के बाद गाय को गुड़ भी खिलाया गया।
गाय व बछड़े को अपने साथ ले गए नवदीप सिंह
रात के समय गाय तथा उसके नवजात बच्चे को सुनसान सड़क पर छोड़ना उचित नहीं था। ऐसे में नवदीप सिंह गाय तथा बछड़े को अपने साथ अपने क्वार्टर में ले गए। वहां पर एक खाली गैराज था जहां पर गाय तथा बछड़े को रखा गया। नवदीप सिंह ने बताया कि बचपन से ही बेसहारा पशुओं की सेवा करते आ रहे हैं तथा रविवार को भी जब गाय को प्रसव पीड़ा से परेशान होते देखा तो उन्होंने यह कार्य किया तथा जब गाय का बछड़ा सुरक्षित बाहर आ गया तो उन्हें मेहनत पर गर्व हुआ।
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