हरियाणा में एक सुर में क्यों बोल रहे हैँ सारे राजनीतिक दल

हरियाणा में एक सुर में क्यों बोल रहे हैँ सारे राजनीतिक दल
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पहली बार हरियाणा के सारे राजनीतिक दल एक सुर में बोलते हुए दिखाई दे रहे हैं। कोरोना संक्रमण के चलते मुख्यमंत्री ने बुधवार को सभी राजनीतिक पार्टियों के प्रमुख नेताओं से बात कर उनके सुझाव जानें

हरिभूमि न्यूज। चंडीगढ। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल की अध्यक्षता में बुधवार को एक अहम बैठक का आय़ोजन डिजीटली किया गया। इस दौरान मंडियों में आने वाली सरसों औऱ गेंहू को लेकर विचार मंथन किया गया है, मंडियों में भीड़ नहीं हो साथ ही किसी भी तरह की कोई कमी पेशी नहीं हो, इस बात का ध्यान रखा जा रहा है।

मुख्यमंत्री मनोहरलाल की अध्यक्षता और डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने इस दौरान वीसी क जरिये विपक्ष के नेता भूपेंद्र सिंह हुडडा, लोकदल विधायक अभय चौटाला सहित कईं नेताओं के साथ में वर्तमान माहौल पर चिंतन मंथन किया। इस दौरान पंद्रह अप्रैल और 20 अप्रैल से पहले सरसों व बाद में गेंहू की खरीद के दौरान कोई दिक्कत पेश नहीं आए, इसको लेकर विचार विमर्श किया गया।बैठक में सभी विधायकों के वेतन में तीस फीसदी कटौती के प्रस्ताव पर भी मंथन किया गया, साथ ही प्रयास किया गया कि इनमें से अधिकांश अपना सहयोग देना चाहते हैं, लेकिन जो लोग स्वेच्छा से जितना भी देना चाहते हैं, उनसे भी सहोयग लिया जाएगा।

बाहर आने के बाद में डिप्टी सीएम ने बातचीत में कहा कि चुनौतीपूर्ण समय में सभी सियासी दलों को एकजुट होकर कामकरने की अपील करते हुए कहा कि हरियाणा भी कोरोना से लडेगा व जीत करेगा।डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने बताया कि नेता विपक्ष भूपेंद्र सिहं हुडडा, लोकदल विधायक आदि सभी से सुझाव लिए गए हैं। इसके अलावा पूर्व विधायकों और वर्तमान विधायकों से भी पेंशन में दान की राशि रिलीफ फंड में देने के लिए फीडबैक लिया जा रह है। इस समय सभी विपक्षियों की ओऱ से सहयोग मिल रहा है।

किसानों को नहीं आए दिक्कत, उपायुक्तों को दिया निर्देश

डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने बताया कि केंद्र की ओऱ से रैपिड टैस्टिंग किट से जल्द से जल्द रिपोर्ट आएगी, इसका फायदा पूरा मिलेगा। उन्होने कहा कि पूरे राज्य में सभी जिलों में उपायुक्तों को निर्देश जारी कर दिया गया है, कि किसी भी तरह से किसानों के वाहनों ट्रैक्टर ट्राली, कंबाइन आदि रोकी नहीं जाएं। इसके साथ ही फसल को लेकर किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं आए। डिप्टी सीएम ने यह भी कहा कि राज्य में जो भी प्रवासी मजदूर कैंपो में ठहरे हुए हैं, सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए फसल के सीजन में इनको काम दिया जाएगा। हालांकि इनमें से एक हजार से ज्यादा अपने अपने पुराने ठिकानों पर पहुंच गए हैं।

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