Commonwealth Games Medal : क्या सच में सोने-चांदी के होते हैं कॉमनवेल्थ गेम्स में मिलने वाले मेडल, जानें इनका पूरा सच

बर्मिंघम (Birmingham) में चल रहे कॉमनवेल्थ गेम्स (Commonwealth Games) का आज आखिरी दिन है। भारत की झोली में अब तक गोल्ड, सिल्वर और ब्रॉन्ज तीनों तरह के मेडल आ चुके हैं। भारतीय खिलाड़ी हर रोज देश पर मेडलों की बरसात कर रहे है। अब तक भारत के पास टोटल 55 मेडल आ चुके है। जिनमें से 18 गोल्ड (Gold Medal), 15 सिल्वर और 22 ब्रॉन्ज मेडल शामिल है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि यह मेडल सच में सोने और चांदी के होते है या नहीं। अगर होते है तो इनमें कितने मात्रा में सोना-चांदी मिला होता है। क्या इसमें किसी और तरह की अन्य धातु का भी इस्तेमाल किया जाता है। साथ ही इनका वजन कितना होता है। तो चलिए आज हम आपको बताते हैं कॉमनवेल्थ गेम्स में मिलने वाले इन सभी मेडलों के बारे में।
किसने डिजाइन किए मेडल
आपको बता दें कि इस बार कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में दिए जाने वाले मेडल तीन छात्रों ने डिजाइन किए हैं। ये छात्र बर्मिंघम स्कूल ऑफ ज्वेलरी के छात्र है। इनका नाम Francesca Wilcox, Amber Alys, Catarina Rodrigues Caeiro है। इन मेडल को डिजाइन करने के लिए एक प्रतियोगिता आयोजित की गई थी। जिसमें इन छात्रों ने जीत हासिल की।
क्या सच में होते हैं सोने-चांदी के मेडल
ये तो हम सब जानते है कि कॉमनवेल्थ गेम्स में पहले स्थान पर रहने वाले व्यक्ति को गोल्ड, दूसरे स्थान पर आने वाले को सिल्वर और तीसरे स्थान वाले को ब्रॉन्ज मेडल दिए जाते हैं। लेकिन गोल्ड मेडल पूरी तरह सॉलिड गोल्ड का नहीं बना होता। इस पर सिर्फ गोल्ड की सिर्फ परत चढ़ाई जाती है। हालांकि सिल्वर और ब्रॉन्ज मेडल पूरी तरह से चांदी और तांबे के ही बनाए जाते है।
कितना होता है मेडल का वजन
इन मेडल में बर्मिंघम का नक्शा भी बनाया गया है। इन्हें इस तरह से तैयार किया गया है कि कोई नेत्रहीन खिलाड़ी भी इनके डिजाइन को महसूस कर सकें। लेकिन क्या आपको पता है कि इनका वजन कितना होता है। अगर नहीं तो हम बता देते हैं गोल्ड और सिल्वर मेडल का वजन 150 ग्राम का होता है। वहीं ब्रॉन्ज मेडल का 130 ग्राम का होता है। इन मेडल का रिबन भी एडजेस्टेबल होता है जिससे उन्हें अपने कंफर्ट के अनुसार पहना जा सकता है। फिर चाहे किसी भी एथलीट की हाइट कुछ भी हो। इन मेडल को रखने के लिए विजेताओं को एक बॉक्स भी दिया जाता है। एक रिपोर्ट के अनुसार साल 1912 में स्टॉकहोम में आयोजित हुए ओलंपिक गेम्स में आखिरी बार सोने के बने गोल्ड मेडल दिए गए। हालांकि कॉमनवेल्थ गेम्स में ऐसे मेडलों का कभी इस्तेमाल नहीं हुआ।
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS