Sao Joao Festival: गोवा का विशेष त्योहार, जहां कुएं में कूद कर किया जाता है सेलिब्रेट, मान्यता जानकर हो जाएंगे हैरान

Sao Joao Festival: दुनिया भर में तरह-तरह के फेस्टिवल मनाए जाते हैं। जिनकी अपनी एक कहानी होती है। यहां आपको हम एक ऐसे ही त्योहार के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसे जनाने के बाद आप भी दंग रह जाएंगे। यह त्योहार उस राज्य के बारे में है जहां पर हम सभी अधिकतर गर्मियों की छुट्टियां मनाने के लिए जाते हैं। अब आप सोच रहे होंगे कि हम लोग तो कई जगह जाते हैं। हम बात कर रहे हैं गोवा राज्य के बारे में। यहां पर ऐसा फेस्टिवल मनाया जाता है जिसे देखने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं।
गोवा का विशेष त्योहार
गोवा में निवास करने वाले लोग इस त्योहार को साओ जोआओ कहते हैं। इस त्योहार में ये लोग आश्चर्यजनक गतिविधियां करते हैं, जिन्हें देख आप भी कहेंगे कि कैसी परम्परा है। जानिए क्या है साओ जोआओ त्योहार...
साओ जोआओ त्योहार
इस पर्व यहां का कैथोलिक पर्व है। साओ जोआओ का दूसरा नाम सैन जानव भी है। अगर बात करें अंग्रेजी भाषा की, तो इस पर्व को लीप ऑफ जॉय कहा जाता है। सेंट जॉन द बैपटिस्ट की याद में इस त्योहार को मनाया जाता है। इस त्योहार को मनाने के लिए लोग इस दिन अपने सिर पर फूल, पत्ती और फलों से बने मुकुट पहनते हैं और कुओं, तालाबों और नदियों में कूद कर इसको सिलेब्रेट करते हैं। यह त्योहार कोई छोटा-मोटा त्योहार नहीं, बल्कि गोवा का सबसे फेमस पर्व है। इसके लिए यहां पर अलग से व्यवस्था कराई जाती है।
कैसे होता साओ जोआओ फेस्टिवल सेलिब्रेट
मानसून के दस्तक देते ही इस त्योहार को मनाया जाता है। इस त्योहार का संबंध ईसाई इतिहास से है। ऐसा कहा जाता है कि जॉन द बैपटिस्ट ने यीशु के जन्म की खबर सुनते ही अपनी मां के गर्भ में छलांग लगा दी। जॉन द बैपटिस्ट इस समय अपनी मां के गर्भ में थे। इसी वजह से हर साल पुरुष अपनी माता की गर्भ को याद करते हुए कुएं या तालाबों में छलांग लगाते हैं।
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नवविवाहित पुरुषों के लिए खास
यह त्योहार नवविवाहित पुरुषों के लिए खास होता है। इस पर्व के पीछे की मान्यता यह है कि अगर कोई पुरुष शादी से पहले कुएं में छलांग लगाता है, तो उसका पारिवारिक जीवन कुशल-मंगल रहता है।
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