Knowledge: मर्दों की चुगली के लिए चीनी औरतें करती हैं खुफिया भाषा का प्रयोग, जानिए इसका सीक्रेट

Knowledge: दुनिया में ऐसी महिलाएं हैं जिन्होंने तरह-तरह की चीजें बनाई है। हम बात कर रहें चाइना में रहने वाली महिलाओं के बारे में। यहां की महिलाओं ने एक विशेष प्रकार की लैग्वेंज बनाई। जिस भाषा को केवल वही समझ सकती हैं। यह भाषा मर्दों की समझ से बहुत दूर है। हम सभी को पता है कि चीन ऐसा देश है जहां से बातों का बाहर आना मुश्किल है। चाइना एक क्लोज्ड कम्युनिटी वाला देश है। जिस प्रकार कागज बनने का सीक्रेट चीन ने सदियों तक दुनिया से छिपाकर रखा था। चीनी महिलाएं बहुत चालाक होती है। उनके शातिर दिमाग का पता आप इस बात से लगा सकते हैं कि मर्दों की चुगली करने की उन्होंने एक लैंग्वेज बना डाली। हैरानी की बात यह है कि यह भाषा आज भी मध्य चीन के कुछ हिस्सों में बोली जाती है। यह भाषा केवल महिलाएं बोल पाती और समझ पाती हैं। आज भी मर्द इस भाषा से अनजान हैं।
नुशू लैग्वेंज
Nushu का अर्थ चीनी में "महिलाओं का लेखन" है। आज यह विश्व की एकमात्र ऐसी लिपि है जिसे विशेष रूप से महिलाओं द्वारा डिजाइन और उपयोग किया जाता है। यह चीन के हुनान प्रांत के जियानगयोंग काउंटी में जिओ नदी घाटी की ग्रामीण महिलाओं के बीच विकसित किया गया था, जहां हान संस्कृति और याओ लोकगीतों का मिश्रण है।
Nushu वर्ण वर्गाकार चीनी अक्षरों से प्राप्त एक समचतुर्भुज प्रकार हैं, जो स्थानीय बोली (चेंगगुआन तुहुआ) के अनुकूल हैं। वर्ण डॉट्स और तीन प्रकार के स्ट्रोक - हॉरिजॉन्टल, वर्गुल्स और आर्क्स के साथ बनते हैं। ये लम्बे अक्षरों को बहुत महीन और धागे जैसी रेखाओं से लिखा जाता है।
नुशू लिपि में सबसे पुराना ज्ञात शिल्पकृति जिआंग्सू प्रांत की राजधानी नानजिंग में खोजा गया एक कांस्य सिक्का है। यह 1851 से 1864 तक चीन में एक विद्रोही राज्य ताइपिंग हेवनली किंगडम के दौरान ढाला गया था, जिसने महत्वपूर्ण सामाजिक सुधारों की शुरुआत की और कुछ हद तक लैंगिक समानता के संबंध में कई नीतियों को अपनाया। सिक्के पर नुशु में लिखे गए आठ अक्षरों का अर्थ है "दुनिया की सभी महिलाएं एक ही परिवार की सदस्य हैं"।
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गुलामी के काल में बनाई गुप्त भाषा
नुशू गुप्त भाषा की खोज 4वीं सदी के पहले किंग वंश के साम्राज्य में किया गया था। महिलाओं ने इस भाषा को गुलामी के समय बनाया था। महिलाओं को बाहर नहीं जाने दिया जाता था उन्हें बस घर के कामों तक रखा जाता था। जब महिलाओं ने नुशू भाषा को बनाया फिर उन्होंने किताबें भी इसी भाषा में लिखीं। नुशू भाषा एक तरह की फोनेटिक लिपि है। नुशू भाषा को दाएं से बाएं की ओर पढ़ा जाता है। नुशू भाषा से महिलाओं को आपस में बात करने और दोस्ती करने में सहायता मिलती है।
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