International Plastic Bag Free Day: जानें क्यों मनाया जाता है प्लास्टिक बैग मुक्त दिवस, भारत में भी बैन है प्लास्टिक

International Plastic Bag Free Day: जानें क्यों मनाया जाता है प्लास्टिक बैग मुक्त दिवस, भारत में भी बैन है प्लास्टिक
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International Plastic Bag Free Day: आज का युग जितनी तेजी से आगे की ओर बढ़ रहा है। इंसान की जरुरत भी उतनी ही तेजी से बढ़ रही है। मानव जीवन के उपयोग का हर एक समान लगभग 80 प्रतिशत प्लास्टिक का बना होता है। जानिए अंतर्राष्ट्रीय प्लास्टिक बैग मुक्त दिवस मनाने का कितना फायदा हुआ।

International Plastic Bag Free Day: मानव संसाधन के हर एक जरुरी सामान प्लास्टिक से बनाए जाते हैं। गर्मी के मौसम से लेकर ठंड में यूज वाली लगभग सारी चीजें प्लास्टिक की बनी होती है। जीवन को आसान बनाने के लिए मार्केट में छोटी से छोटी चीज प्लास्टिक की आ रही है। हर साल 3 जुलाई को अंतर्राष्ट्रीय प्लास्टिक बैग मुक्त दिवस मनाया जाता है। आप भी विश्व को प्लास्टिक मुक्त बनाने के लिए प्रण लीजिए ताकि वातावरण को प्रदूषण मुक्त करने में मदद कर सकें।

प्लास्टिक के बैन होने के बाद भी मार्केट में प्लास्टिक का बराबर यूज हो रहा है। लेकिन इन चीजों ने मानव जीवन को जितना आसान बनाना उतना मुश्किल भी। प्लास्टिक बैग, पॉलीथीन की वजह से प्रकृति बुरी तरह से प्रदूषित हो रही है। भारत ने सिंगल यूज प्लास्टिक को लेकर एक जंग शुरू की थी, जिसका निर्णय यह हुआ कि 1 जुलाई 2022 को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिंगल यूज प्लास्टिक को बैन करने का आदेश दे दिया था।

कब शुरु हुआ इंटरनेशनल प्लास्टिक बैग फ्री डे

सबसे पहले प्लास्टिक डे 3 जुलाई 2008 में मनाया गया था । इंटरनेशनल प्लास्टिक बैग फ्री डे की शुरुआत वेस्ट यूरोप (ZWE) के सदस्य रेजेरो ने साल 2009 में की थी। इसकी शुरुआत देश को प्लास्टिक मुक्त बनाने के लिए हुई। लोगों को प्लास्टिक के प्रति जागरूक करने के लिए कैंपेन चलाए गए।

इंटरनेशनल प्लास्टिक बैग फ्री डे मनाने के पीछेे का उद्देश्य

इस दिन को मनाने के पीछे की वजह प्लास्टिक से बनी चीजों के इस्तेमाल को बंद करना है ताकि पर्यावरण को प्रदूषित होने से बचाया जा सके। क्योंकि प्लास्टिक को गलने 500-1000 साल का समय लगता है। जिस प्रकार आज के समय में प्लास्टिक से बने हुए सामान का यूज किया जा रहा है। इससे आने वाले समय में पर्यावरण को इस खतरे से बचा पाना मुश्किल हो जाएगा।

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भारत में हर साल लगभग 6 करोड़ टन कचरा निकलता है। इससमें लगभग 25940 टन प्लास्टिक का कचरा है। तो वहीं 50 प्रतिशत सिंगल प्लास्टिक का कचरा होता है। इसमें आधे से ज्यादा कचरा रिसाइकिल नहीं होता।

प्लास्टिक बैग का उपयोग

विश्व भर में हर साल करीब 500 अरब प्लास्टिक बैग का यूज किया जाता है। हर 10 मिनट में दस लाख से ज्यादा बैग का यूज किया जाता है।

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