Knowledge News : कहां जाम लगा, एक से दूसरी जगह जाने में कितना समय लगेगा... जानिये गूगल मैप कैसे करता है काम

साइंस की वजह से हमारे देश ने खूब तरक्की की है। आज हम जहां भी हैं, उसमें साइंस का काफी योगदान है। इससे बहुत से लोगों का जीवन आज आसान हो गया है। ऐसे बहुत से बड़े-बड़े काम और समस्याएं थीं, जिन्हें निपटाने में पहले के समय में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था। अब वो चीजें वैज्ञानिक प्रगति और इंटरनेट के विकास से बहुत आसान हो गई हैं। इन्होंने लोगों के जीवन को काफी सरल बना दिया है। गूगल मैप भी इन्ही में से एक बहुत आरामदायक माध्यम है। कई बार लोग इस बात से हैरान हो जाते हैं कि आखिर कैसे गूगल मैप (google map) ये बता देता है कि कहीं जाने में कितना समय लगेगा। किस रास्ते में जाम लगा है और कौन से रस्ते से जाना बेहतर होगा। अगर आप भी ये नहीं जानते तो चलिए आज हम आपको बताते हैं कि ऐसा कैसे होता है।
क्या होता है गूगल मैप
गूगल मैप इंटरनेट आधारित एक ऐसी सेवा है, जिसके माध्यम से हमें किसी जगह का सही रास्ता, वो जगह कहां पर स्थित है, वहां पहुंचने में कितना समय लगेगा (how google map works) जैसे कई जानकारी मिलती है।
गूगल मैप कैसे पता लगाता है ट्रैफिक जाम की जानकारी
आज के समय में हर किसी के पास मोबाइल फोन होता है। ऐसे में जब भी आप किसी जगह का रास्ता सर्च करते हैं तो गूगल उस संबंधित लोकेशन के बारे में यह पता करता है कि वहां कुल पर कितने मोबाइल हैं। गूगल उस रास्ते पर उन मोबाइल के आगे बढ़ने की गति को भी पता करता है। इसके बाद मोबाइल की संख्या के आधार ही वहां भीड़-भाड़ का और मोबाइल के आगे बढ़ने की गति से वाहन की गति के बारे में पता लगाया जाता है। इसी डेटा का विश्लेषण करके गूगल मैप यह बताता है कि कहां पर जाम लगा है और कहां का रास्ता साफ है।
कैसे पता चलता है पहुंचने का समय
गूगल उस संबंधित जगह के रास्ते के नए-पुराने आंकड़ों के अनुसार और वहां जाने वाले लोगों के पहुंचने के समय के आधार पर ही उस जगह पहुंचने के संभावित समय का अनुमान लगाता है। इसके साथ ही यहां भी गूगल जाम और भीड़भाड़ की स्थिति का विश्लेषण करता है। तमाम आंकड़ों के विश्लेषण के बाद ही वह आपको बेहतर रास्ता और समय बताता है।
हमेशा सही नहीं होता अनुमान
हालांकि आपको बता दे कि गूगल का अनुमान हमेशा सही हो ये जरूरी नहीं है। इसी वजह से कई बार देखा जाता है कि उसके बताए हुए आंकड़े गलत भी साबित हो सकते हैं। इसकी तमाम तरह की वजहें हो सकती हैं।
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS