Knowledge News : स्पेस में एस्ट्रोनॉट्स की मौत के बाद उसकी बॉडी के साथ क्या होता है? जानकर चौंक जाएंगे आप

आमतौर पर अगर किसी इंसान की मौत जमीन पर होती है तो उसके शव का अंतिम संस्कार जल्द से जल्द किया जाता है। क्योंकि ज्यादा देर तक डेड बॉडी को रखने से वो सड़ने लग जाती है और उसमे से दुर्गन्ध आने लगती है। लेकिन क्या आपने कभी ये सोचा है कि अगर स्पेस (Space) में किसी अंतरिक्ष यात्री (Astronauts) की मौत हो जाए तो उसके शव का क्या होता है। किसी स्पेस ट्रैवलर के लिए शायद स्पेस में मौत से ज्यादा बुरा कुछ और नहीं होगा। क्योंकि ना तो स्पेसक्राफ्ट में बॉडी को स्टोर करने की कोई सुविधा होती है, ना ही इतनी जगह होती है कि अपना मिशन खत्म करने तक बाकी एस्ट्रोनॉट्स बॉडी (Dead Body Of Astronauts) को रखे रहे। ऐसे में ये जानना दिलचस्प है कि आखिर फिर उस बॉडी के साथ होता क्या है।
तो चलिए हम आपको बताते हैं कि उन डेड बॉडी का क्या किया जाता है। दरअसल, अगर किसी अंतरिक्ष यात्री की स्पेस में मौत हो जाती है तो उसे धरती पर तुरंत वापस आना नामुमकिन होता है। न ही अंतरिक्ष यान में अंतरिक्ष यात्रियों के शव को सुरक्षित रखने की कोई सुविधा नहीं होती है और न ही अंतरिक्ष में डेड बॉडी को जलाया जा सकता है। इस दौरान एस्ट्रोनॉट यानी अंतरिक्ष यात्री शव को धरती पर लाने के लिए मिशन को अधूरा भी नहीं छोड़ सकते। उस समय जो शव के साथ किया जाता है वो जानकार आप हैरान जायेंगे।
ऐसे में जब स्पेस में किसी अंतरिक्ष यात्री की मृत्यु हो जाती है तो उसके शव को "एयरलॉक" में पैक करके स्पेस में ही छोड़ दिया जाता है। ऐसा करने के बाद डेड बॉडी अंतरिक्ष में ही ठंड के कारण आइस ममी में बदल जाती है। अगर शव को अंतिरिक्ष में छोड़ने के बाद वो किसी चीज से टकराता नहीं है तो वो अनिश्चित काल तक अंतिरिक्ष में रह सकता है। कई वैज्ञानिकों की मानें तो ये डेड बॉडी लाखों वर्षों तक इसी तरह ममी बनकर अंतरिक्ष में रह सकती हैं।
ये तो आपको मालूम ही होगा की स्पेस मिशन पर गए अंतरिक्ष यात्री की डेड बॉडी को पृथ्वी पर वापस लाने के लिए कई महीने लग सकते हैं। इसीलिए स्पेस में उसके शव को नष्ट करने के लिए कई तरीके अपनाए जा सकते हैं। वैसे बता दें कि स्पेस में वैज्ञानिकों की डेड बॉडी को सुरक्षित रखने और उसे धरती पर वापस लाने को लेकर भी कई शोध भी चल रहे हैं।
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