Knowledge News : इस एक वजह से इंसानों के बालों का रंग काला या भूरा होता है, पढ़िये कारण

Knowledge News : इस एक वजह से इंसानों के बालों का रंग काला या भूरा होता है, पढ़िये कारण
X
क्या आप जानते हैं कि इंसानों के बालों का कलर ब्लैक, वाइट और ब्राउन क्यों होता है। अगर नहीं तो पढ़िए हमारा आज का ये नॉलेज वाला आर्टिकल।

बालों का रंग (Hair Color) ज्यादातर दो तरह का होता है काला या फिर भूरा। इसके बाद उम्र के साथ इनका कलर सफेद भी होने लग जाता है। हालांकि बहुत से देश ऐसे भी हैं, जहां लोगों के बालों का कलर सिर्फ भूरा ही नजर आता है। इसके बावजूद ज्यादातर देश ऐसे भी देखने को मिलेंगे, जिनके लोगों के बालों का कलर काला होता है। वहीं अगर देखा जाए तो आज के दौर में बढ़ते प्रदूषण और सही खान-पान ना होने की वजह से भी कम उम्र में लोगों के बाल सफेद होने लग जाते हैं। कुछ रिपोर्ट्स और रिसर्च बताती हैं कि वैसे तो बालों का कुदरती रंग ब्लैक ही होता है, लेकिन कुछ लोग और कुछ दूसरे देशों के लोगों के बाल ब्राउन और सुनहरे कलर के होते हैं (why many people hairs are brown) तो उसके पीछे एक वजह है, जिसके बारे में हम आज आपको अपने इस आर्टिकल में बताएंगे।

बालों का कलर अलग होने की वजह

इंसान के शरीर में मेलानिन नाम का एक तत्व पाया जाता है। वो हमारे बालों को ब्लैक रखने का काम करता है। मेलानिन तत्व आंखों से लेकर शरीर तक के बालों का रंग ब्लैक करने में सहायक होता है। ऐसे में बालों का ब्लैक या वाइट होना शरीर में मेलानिन की मात्रा पर ही निर्भर करता है।

कम उम्र में सफेद बाल होना

ये तो आप जानते ही होंगे कि धूप की किरणों में यूवी किरणें पाई जाती हैं। इन यूवी किरणों और ठीक खान-पान न होने के कारण शरीर में मेलानिन की मात्रा कम होने लगती है, जिसकी वजह से कम उम्र में कुछ लोगों के बाल सफेद होने लगते हैं।

बढ़ती उम्र में सफेद बाल होना

अभी तक आपको ये तो पता चल ही गया होगा कि मेलानिन बालों के कलर को नेचुरल बनाए रखने के लिए कितना जरुरी है। इसलिए जब मेलानिन की मात्रा ज्यादा हो जाती है तो बालों का रंग ब्लैक होता है। वहीं अगर इसकी मात्रा कम हो तो बालों का रंग सफेद हो होता है। इसलिए जैसे-जैसे इंसान की उम्र बढ़ने लगती है तो उसके शरीर में मेलानिन की मात्रा कम होने लगती है। यही वजह है कि उम्र बढ़ने पर बाल भी सफेद होने लग जाते हैं।

विदेशी लोगों के बाल सुनहरे होने का कारण

जो लोग विदेशों में ठंडी जगहों पर रहते हैं, उन्हे पूरे तरीके से धूप की किरणें और पर्याप्त मात्रा में विटामिन डी नहीं मिल पाता है। यही वजह है कि यहां रहने वाले लोगों के शरीर में मेलानिन की मात्रा कम होती है और उनके बाल सुनहरे या फिर ब्राउन कलर के दिखने लगते हैं।

Tags

Next Story