काम की बात: LPG गैस सिलेंडर पर होता है 50 लाख रुपये का इंश्योरेंस, ऐसे ले सकते हैं इसका लाभ

शहर हो या गांव देश के करोड़ों घरों की रसोई में खाना बनाने से लेकर और दूसरे घरेलू कामों के लिए (LPG Gas Cylinder) एलपीजी गैस सिलेंडर का इस्तेमाल होता है। यह हमारे लिए जितना सुविधाजनक होता है, लेकिन कई बार हमारी एक छोटी सी गलती या लापरवाही पर एलपीजी गैस सिलेंडर उतना ही नुकासदायक साबित हो सकता है। क्या आप को पता है कि आप के इसी नुकसान की भरपाई के लिए पेट्रोलियम कंपनियां जैसे इंडियन ऑयल, भारत पेट्रोलियम, हिंदुस्तान पेट्रोलियम गैस सिलेंडर पर (Insurance) बीमा कवर देती हैं। यह बीमा कवर 50 लाख रुपये तक का होता है। एलपीजी गैस सिलेंडर के इस बीमें का फायदा (Gas Cylinder Insurance Benefits) आप गैस सिलेंडर के लिकेज होने या ब्लास्ट होने पर अपने हुए नुकसान की भरपाई के लिए ले सकते हैं।
ऐसे करना होगा क्लेम
1.अगर घर में गैस सिलेंडर के लिकेज, ब्लास्ट या इसी से जुड़ी किसी दूसरी वजह से घर में जान माल का नुकसान हुआ है। तो क्लेम लेने के लिए सबसे पहले आप को सरकारी वेबसाइट http://mylpg.in पर जाना होगा। इस वेबसाइट के अनुसार, एलपीजी गैस कनेक्शन लेने पर ग्राहक को किसी भी दुर्घटना में 50 लाख रुपये का बीमा मिलता है। यह बीमा किसी ग्राहक के नाम पर नहीं होती। बल्कि हर ग्राहक इस कवर में होता है।
2.एलपीजी सिलेंडर पर 50 लाख रुपये का मुआवजा मिलता है। इसमें दुर्घटना से पीड़ित हर व्यक्ति को ज्यादा से ज्यादा 10 लाख रुपये तक की क्षतिपूर्ति दी जा सकती है।
3.एलपीजी सिलेंडर पर दुर्घटना बीमा पाने के लिए कोई भी अप्रिय घटना होने पर तुरंत मामले की जानकारी पुलिस स्टेशन को देनी है। साथ ही एलपीजी वितरक को भी इसकी जानकारी देना जरूरी है।
4.एलपीजी से होने वाली दुर्घटना में क्लेम लेने के लिए पीड़ित को पुलिस में दर्ज एफआईआर कॉपी, सामान के नुकसान की लिस्ट और बिल, दुर्घटना में घायल व्यक्तियों के अस्पताल में इलाज के दौरान खर्च हुए रुपयों का बिल, मृत होने वाले शख्स की पोस्टमार्टम रिपोर्ट, डेथ सर्टिफिकेट देने जरूरी है।
गैस सिलेंडर से हादसा होने पर तुरंत अपने एरिया के थाने में रिपोर्ट दर्ज कराना अनिवार्य है। इसके साथ ही मामले की जानकारी अपने सिलेंडर वितरक को भी देना जरूरी है। इसके बाद संबंधित एरिया ऑफिसर मामले की जांच करता है। इसमें हादसे का कारण, नुकसान और उससे जुड़े अन्य बिंदुओं पर जांच की जाती है। हादसा एलपीजी सिलेंडर की वजह से मिलता है। डिस्ट्रीब्यूटर एजेंसी या एरिया ऑफिसर बीमा कंपनी को इसकी रिपोर्ट भेजती है। इसके बाद संबंधित बीमा कंपनी में क्लेम फाइल होता है।
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