Weird Rituals: मरने के बाद अपनों की लाशों को खा जाते हैं ये लोग, जानिए क्या है प्रथा

Weird Rituals: मरने के बाद अपनों की लाशों को खा जाते हैं ये लोग, जानिए क्या है प्रथा
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Weird Rituals: दुनिया में तरह-तरह के रीति रिवाज मनाए जाते हैं, जिनमें से कुछ रीति-रिवाजों से हम सभी अवगत हैं। लेकिन कुछ ऐसे रीति-रिवाज भी हैं, जिनके बारे में सुनकर भरोसा कर पाना मुश्किल है। जैसे कंकालों को दुल्हन की तरह सजाना, शव को जलाकर उस राख का सूप पीना। इतना ही नहीं, दुनिया में एक ऐसी जगह है जहां पर शख्स के मरने के बाद उसके शव को खाने का रिवाज है।

Weird Rituals: हमारे आस-पास भी कुछ अजीब परम्परा मनाई व निभाई जाती है, जिन्हें सुनकर एक बार भरोसा कर लेना आसान होता है, लेकिन कुछ ऐसी परम्पराएं भी हैं, जिनको सुनकर भरोसा करना मुश्किल है, ऐसी प्रथाओं के बारे में जानकर भी रुह कांप जाती है। आपने हमने बहुत सी अजीबो गरीब परम्पराओं के बारे में पढ़ा और सुना है। जैसे- परिवार के किसी शख्स के मरने के बाद महिलाओं की उंगली काटने की प्रथा। बच्चे के पैदा होने पर उनके ऊपर थूकने की प्रथा। ऐसी अनेको प्रथाएं हैं, लेकिन अभी जिस प्रथा के बारे में बताने जा रहे हैं उस प्रथा के बारे में जानकर आप जरूर हैरान हो जाएंगे। जानिए परम्परा के पीछे की पूरी कहानी...

हम बात कर रहे हैं यानोमामी जनजाति के बारे में जिनके यहां मनाई जाने वाली इस परम्परा से आप पूरी तरह से अनभिज्ञ होंगे। इस अजीबो-गरीब रिवाज के बारे में जानकर दंग रह जाएंगे। यहां की जनजाति के लोग अपने मरे हुए लोगों की लाश को खाते हैं। इस रस्म को मनाने वाली जनजाति साउथ अमेरिका के ब्राजील में पाई जाती है।

एंडो-केनिबलवाद

इस जनजाति के बारे में द गार्जियन ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि इन लोगों को यनम और सीनेमा के नाम से भी जाना जाता है। ब्राजील में रहने वाली इस जनजाति पर आधुनिकीकरण का कोई असर नहीं हुआ है। आज भी यहां पर यह परम्परा पहले जैसे ही मनाई जाती है।

इनके द्वारा मनाई जाने वाली परम्परा, संस्कृति में कोई भी दखल नहीं दे सकता। अगर आप ऐसा सोच रहे हो कि इन लोगों को समझा कर इस प्रथा को रोका जा सकता है। तो आपको बता दें कि ये लोग बाहरी लोगों पर हमला करने से पीछे नहीं हटते। इनके यहां अंतिम संस्कार करने की इस अजीबो-गरीब प्रथा को एंडो-केनिबलवाद कहते हैं।

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रिश्तेदारों को देते हैं निमंत्रण

इस जनजाति में शख्स के मरने के बाद उसकी लाश की दावत बुलाई जाती है। घर के लोग एकत्र होकर शव को जलाने के बाद चेहरे पर कलर करते हैं। उसके बाद लाश को खा जाते हैं। ये लोग मौत का दुख गाना गाकर मनाते हैं। इन प्रथा के पीछे इन लोगों का मानना है कि ऐसा करने पर आत्मा को शांति मिलती है।

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