Zero FIR: क्या होती है Zero FIR, क्यों लगाने पड़ते हैं थाने के चक्कर

Zero FIR: मणिपुर में हुई बीते दिनों घटना ने इंसानियत को पूरी तरह से शर्मसार कर दिया। महिलाओं के साथ सामूहिक दुष्कर्म और नग्नवस्र कर परेड कराई गई। इस विषय के बारे में पीड़ित परिवार ने कांगपोपकी जिले के सैकुल थाने में जीरो एफआईआर (Zero FIR) रिपोर्ट लिखवाई, जिसमें किसी भी प्रकार के यौन हिंसा का जिक्र नहीं किया गया था।
कैसे दर्ज होती है जीरो एफआईआर (Zero FIR)
किसी भी तरह की वारदात, घटना हो सबसे पहले लोग थाने में जाकर रिपोर्ट लिखवाते हैं, लेकिन आम लोगों के पास लॉ को लेकर खास जानकारी नहीं होती है। जिसकी वजह से पुलिस वाले उन्हें थाने के चक्कर कटवाते हैं। घटना होने पर आप किसी भी थाने पर रिपोर्ट लिखवा सकते हो, फिर चाहे वह क्षेत्राधिकार में हो या न हो, लेकिन अगर मामला किसी भी पुलिस थाने के अंदर नहीं आता है, तो आप जीरो रिपोर्ट लिखवा सकते हैं।
क्यों अलग है Zero FIR
इस तरह के केस में इंस्पेक्टर या सीनियर इंस्पेक्टर फॉरवर्डिंग लेटर बनाता है, जिसे कोई सिपाही ले जाकर उस पुलिस थाने में देता है, जहां के थाने का वह मामला होता है।इसके बाद केस की जांच प्रक्रिया शुरू की जाती है। इस एफआईआर में किसी भी प्रकार का क्राइम नहीं लिखा जाता।
जीरो एफआईआर (Zero FIR) लिखने से पीछे हटती है पुलिस
कई बार ऐसे केस देखने को मिलते हैं, जिसमें किसी और का आरोप किसी और पर लगा दिया जाता है, जिसने कुछ भी नहीं किया है। इसी वजह से इस एफआईआर को लिखने में पुलिस वाले कतराते हैं।
FIR और Zero FIR में अंतर
क्या आपको पता है कि दोनों एफआईआर में कोई फर्क नहीं होता। जी हां दोनों एफआईआर एक जैसी ही होती हैं। FIR और जीरो एफआईआर (Zero FIR) के बीच केवल यह फर्क है कि आप FIR अपने क्षेत्राधिकार के अंदर वाले स्टेशन पर ही लिखवा सकते हैं, जबकि Zero FIR आप किसी भी स्टेशन में लिखवा सकते हैं।
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जीरो एफआईआर का उद्देश्य
Zero FIR, पुलिस स्टेशन में एफआईआर (FIR) दर्ज करते समय किसी भी परेशानी और असुविधा का सामना किए बिना एक अच्छा तरीका है। जीरो एफआईआर लिखवाने का मुख्य उद्देश्य इस प्रकार है।
किसी भी प्रकार की देरी और किसी अन्य प्रकार के व्यवधान से बचने के लिए।
पुलिस को क्षेत्राधिकार लेने के लिए बाध्य करना।
एफआईआर दर्ज होने के तुरंत बाद समय पर न्यायक्षेत्र लिया जाए, ताकि जांच ठीक से हो सके।
मामले को तेजी से आगे बढ़ाया जा सके।
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