Farmers Protests Updates: मोदी सरकार ने दिए कृषि कानूनों में संशोधन के संकेत, 50 हजार किसान आ रहे दिल्ली

(Farmers Protests Updates) नये कृषि कानूनों को लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ किसानों का आंदोलन 16वें दिन भी जारी है। वहीं छठे दौर की बैठक रद्द हो जाने से किसानों और सरकार के बीच बात बनती नहीं दिख रही है। सरकार संशोधनों का हवाला देते हुए किसानों से आंदोलन खत्म करने को कह रही है और किसान अब कानून खत्म करने पर डट गए हैं। किसानों ने अब आंदोलन तेज करने की बात कही है और सड़कों के बाद रेल सेवा जाम करने का आह्वान किया है। दूसरी ओर सरकार ने कार्रवाई करना शुरू कर दिया है, सिंघु बॉर्डर पर डटे कुछ किसानों पर केस दर्ज हुआ है। अब किसानों का मसला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया है।
,कृषि कानून का मसला अब सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। भारतीय किसान यूनियन ने कृषि कानूनों के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। याचिका में तीनों ही कृषि कानूनों को चुनौती दी गई है। इससे पहले कृषि कानूनों को लेकर कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा कि संसद के सत्र में सरकार कृषि से जुड़े तीन कानून लेकर आई थी। इन कानूनों पर संसद में सभी दलों के सांसदों ने अपना पक्ष रखा था। लोकसभा और राज्यसभा में बिल पारित हुआ था। चर्चा के दौरान सभी सांसदों ने अपने विचार रखे। ये तीनों कानून आज देशभर में लागू हैं। नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि तीनों कृषि कानून किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए है। तय समय में भुगतान की व्यवस्था की गई है। किसानों की जमीन सुरक्षित रखने का ध्यान रखा गया है। नए कृषि कानून किसानों के हित में हैं। मंडी से बाहर जाकर भी किसानों को छूट दी गई। वहीं, उन्होंने कहा कि आंदोलनकारी किसानों से बातचीत जारी है।
Farmers Protest Update...
50 हजार किसान आ रहे दिल्ली
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, पंजाब से करीब 50 हजार किसान दिल्ली की तरफ कूच कर रहे हैं। करीब 12 सौ ट्रैक्टर ट्रॉलियों में आ रहे किसान अपने साथ 6 महीने का राशन भी लेकर आ रहे हैं।
कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का बयान
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि भारत सरकार ने कानून बहुत सोच-समझकर बनाए हैं, किसानों के जीवन स्तर में बदलाव लाने के लिए बनाए हैं। सरकार बात करके उसमें(कानून) सुधार करने के लिए तैयार है।
किसान आंदोलन मामले में पीएम मोदी ने किया ट्वीट
प्रदर्शनकारियों किसानों और केंद्र के बीच बातचीत नहीं बनी दिखती रही है। ऐसे में किसान संगठन कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग पर अड़े हुये है वहीं केंद्र सरकार न साफ किया है कि कृषि कानूनों को खत्म नहीं किया जाएगा। वहीं अब इस पूरे मामले में पीएम मोदी की एंट्री हो गई है। प्रधानमंत्री मोदी ने शुक्रवार को ट्वीट करते हुए बीते दिन कृषि मंत्री द्वारा किसान आंदोलन के मसले पर की गई प्रेस कॉन्फ्रेंस का जिक्र किया और लोगों से उन्हें सुनने की अपील की गई। पीएम मोदी ने लिखा कि मंत्रिमंडल के मेरे दो सहयोगी नरेंद्र सिंह तोमर जी और पीयूष गोयल जी ने नए कृषि कानूनों और किसानों की मांगों को लेकर विस्तार से बात की है। इसे जरूर सुनें पीएम मोदी ने बीते दिन नए संसद भवन की नींव रखते हुए भी एक खास संदेश दिया था और गुरु नानक देव की सीख सबके सामने कही थी। पीएम मोदी ने कहा था कि संवाद चलते रहना चाहिए और चर्चा होती रहनी चाहिए।
700 प्रेस कॉन्फ्रेंस और 700 चौपाल आयोजित की जाएंगी
नये कृषि कानूनों को लेकर आज से भारतीय जनता पार्टी कई कार्यक्रमों को आयोजित करने वाली है। कृषि कानूनों को लेकर देश के किसानों को बरगलाया जा रहा है। जिसको लेकर बीजेपी ने ये निर्णय लिया है। इस अभियान के तहत (बीजेपी) आज से नए कृषि बिलों पर देश के सभी ज़िलों में प्रेस कॉन्फ्रेंस और चौपाल आयोजित करेगी। आने वाले दिनों में 700 प्रेस कॉन्फ्रेंस और 700 चौपाल आयोजित की जाएंगी।
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