Maharashtra Government Formation : पिता-पुत्र ने जीजा के साथ मिलकर तोड़ दी शरद पवार की पार्टी एनसीपी, पढ़ें तख्तापलट की अंदरूनी कहानी

Maharashtra Government Formation : महाराष्ट्र की राजनीति में रातों रात बड़ा उलटफेर कर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) को तोड़ दिया गया है। नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी के करीब 30 विधायकों को साथ लेकर अजीत पवार उप मुख्यमंत्री (Deputy Chief Minister Ajit Pawar) बन गए हैं। शरद पवार की एनसीपी पार्टी को पद्मसिंह बाजीराव पाटिल (Padamsinh Bajirao Patil) और बेटा रणजगजीतसिंह (Ranajagjitsinha Patil) ने जीजा अजीत पवार के साथ मिलकर तोड़ा है। महाराष्ट्र में भाजपा की सरकार (Maharashtra Bjp Government) बनवाने में पद्मसिंह बाजीराव पाटिल ने मुख्य सूत्रधार की भूमिका निभाई है। इसके अलावा एनसीपी विधायक धनंजय मुंडे ने विधायकों को तोड़ने में बड़ी भूमिका निभाई है। पार्टी में रहते विधायकों को अजीत पवार के समर्थन में एकजुट किया है।
पूर्व मंत्री हैं पद्मसिंह पाटिल
महाराष्ट्र की राजनीति के बड़े नेता और पूर्व मंत्री पद्मसिंह बाजीराव पाटिल, अजीत पवार के साले हैं। शरद पवार के चचेरे बेटे अजीत पवार से पद्मसिंह बाजीराव की बहन सुनेत्रा पवार की शादी हुई है। यानि कि अजीत पवार और पद्मसिंह बाजीराव पाटिल जीजा-साले हैं। इसके अलावा लंबे समय तक शरद पवार के सबसे करीबी नेताओं में शामिल रहे हैं।
चुनावों से पहले भाजपा में आए
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को पद्मसिंह बाजीराव पाटिल ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2019 से पहले बड़ा झटका दिया था। पद्म सिंह और बेटा रणजगजीत सिंह ने चुनावों से ठीक पहले एनसीपी से इस्तीफा दे दिया। अमित शाह की मौजूदगी में सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ भाजपा में शामिल हो गए। इसके बाद रणजगजीत सिंह ने भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा और विधानसभा में पहुंचे।
भाजपा के लिए बने संकटमोचक
महाराष्ट्र में सरकार को लेकर जूझ रही भाजपा के लिए पद्मसिंह संकटमोचक बने हैं। सूत्रों के मुताबिक शिवसेना के साथ भाजपा के रिश्तों में खटास आने पर एनसीपी को तोड़ने की जिम्मेदारी पद्मसिंह ने ली। जीजा अजीत पवार और बहन सुनेत्रा पवार को भरोसे में लेकर एनसीपी को तोड़ दिया।
इन नेताओं की भी बड़ी भूमिका
पद्मसिंह और उनके बेटे के अलावा भी कई एनसीपी के पूर्व नेताओं ने भी पार्टी को तोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इनमें नमिता मुंदडा, गणेश नाइक ने भी एनसीपी को तोड़ने में मदद की है। महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों से पहले ये नेता भाजपा में शामिल हुए थे। लेकिन एनसीपी में बड़े पदों पर रहने के कारण एनसीपी के वर्तमान कई विधायक इनके संपर्क में थे। सूत्रों का कहना है कि अजीत पवार ने सीधे संपर्क नहीं किया। पद्मसिंह, नमित मुंदडा और गणेश नाइक के जरिए संपर्क किया गया।
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