Asthma Treatment: छोटे बच्चों में दिखे ये लक्षण तो तुरंत कराएं इलाज, वरना बढ़ सकता है अस्थमा होने का खतरा

Asthma Treatment: छोटे बच्चों में दिखे ये लक्षण तो तुरंत कराएं इलाज, वरना बढ़ सकता है अस्थमा होने का खतरा
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Asthma Treatment: अस्थमा एक ऐसी बीमारी है, जो किसी हो जाए तो सही होने की संभावना बहुत कम ही होती है। आज हम आपको अस्थमा के कारण, लक्षण और इसके उपचार के बारे में बताएंगे।

Asthma : अस्थमा एक सांस से संबंधित बीमारी है। यह बीमारी लगातार बढ़ रही है। आंकड़ों की मानें तो आबादी के लगभग 4 से 7 प्रतिशत लोग इस बीमारी से प्रभावित है। अस्थमा आपके फेफड़ों को प्रभावित करती है। जब यह बीमारी होती है तो ब्रोन्कियल ट्यूबों में सूजन हो जाती है और मांसपेशियों के बीच से हवा पास होने में परेशानी आ जाती है। लोगों को सांस लेने में दिक्कत होती है और कई लोगों को सांस लेते समय घरघराहट की आवाज आने लगती है। वहीं अगर बच्चों को सही समय से इलाज न मिलें तो यह गंभीर रूप धारण कर सकती है। आज हम आपको अस्थमा के कारणों और लक्षणों के बारे में बताने जा रहे हैं, ताकि आप समय से इस बीमारी को पहचान सके।

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अस्थमा का कारण (Causes of Asthma )

हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो जब हमारे फेफड़े (lungs) वायरस (virus) के चपेट में आ जाते हैं, तो हमें अस्थमा की समस्या होने की संभावना बढ़ जाती है। अस्थमा के आम कारणों में से एक सिगरेट (cigarette) का धुआं का धुआं भी शामिल है। रिपोर्ट्स में बताया गया कि धूम्रपान करने वाले बच्चों में धूम्रपान न करने वाले बच्चों की तुलना में अस्थमा होने की संभावना अधिक होती है। इसके साथ ही एलर्जी के कारण, पर्यावरण प्रदूषण (environmental pollution), रासायनिक जोखिम (chemical exposure), वंशानुगत कारकों (hereditary factors), आहार विकल्पों और एंटीबायोटिक (antibiotic) के उपयोग के परिणामस्वरूप अस्थमा 1 से 14 वर्ष की आयु के बच्चों में अधिक हो रहा है। अस्थमा कुछ स्थितियों जैसे सर्दी या अन्य सांस के संक्रमण के कारण हो सकता है। दूध पिलाने से शिशुओं में अस्थमा हो सकता है, रोने या हंसने जैसी तीव्र भावनात्मक प्रतिक्रियाएं, गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल( gastrointestinal) रिफ्लक्स (reflux) और परिवर्तन, या मौसम में बदलाव के कारण भी ऐसा हो सकता है।

अस्थमा के लक्षण (Asthma symptoms )

-खांसी

-घरघराहट

-सीने में जकड़न

-सांस लेने में तकलीफ

बच्चों में अस्थमा के लक्षण (Children Asthma symptoms)

-बच्चों के लिए लक्षण थोड़े अलग हो सकते हैं, सांस छोड़ते वक्त तेज आवाज आना, सांस के समय सीटी की आवाज आना

-यदि कोई बच्चा हवा के लिए हांफ रहा है, इतनी जोर से सांस ले रहा है कि पेट पसलियों के नीचे दब गया है, या सीमित सांस लेने के कारण उसे बोलने में भी परेशानी हो रही है तो माता-पिता को तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए। कई बार यह जानलेवा हो सकता है।

अस्थमा का होम्योपैथिक इलाज-

अस्थमा के इलाज के लिए होम्योपैथिक दवाओं को अच्छा माना जाता है। यह न केवल किसी हमले के दौरान बच्चे द्वारा अनुभव किए गए लक्षणों की जांच करता है, बल्कि शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक स्तर पर होने वाले सभी परिवर्तनों और विविधताओं की भी जांच करता है। अस्थमा का होम्योपैथिक इलाज बच्चों के आनुवांशिक और पर्यावरणीय दोनों कारकों पर विचार करता है और केवल बीमारी की स्थिति के निदान के बजाय बीमारी के कारण का भी इलाज करके इम्यूनिटी को सक्रिय करता है। आप ऐलोपैथी के तुलना में होम्योपैथिक दवाओं से इलाज करा सकते हैं। ये ऐलोपैथी दवाओं के तुलना में काफी सस्ता पड़ता है।

Disclaimer: इस स्टोरी में दी गई सूचनाओं की Haribhoomi.com पुष्टि नहीं करता है। इन तथ्यों को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें।

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