Parenting Tips: बच्चों से बढ़ रही दूरी तो पैरेंटेस आज से ही बदलें अपनी ये आदतें, कहीं हो ना जाए देर

Parenting Tips: पैरेंट्स और बच्चों के बीच का रिश्ता प्यार और विश्वास की बुनियाद पर टिका होता है। वैसे तो यह बहुत ही मजबूत रिश्ता होता है, लेकिन कुछ बातें इस रिश्ते में भी दूरियों का कारण बन सकती हैं। अगर आपको भी ऐसे लगता है कि आपके बच्चे आपसे कटकर रहने लगे हैं, उन्हें आपसे बातचीत करने में किसी तरह का कोई संकोच होता है, तो आपको अपनी कुछ आदतों को बदलने की कोशिश करनी चाहिए। जी हां, आपके बच्चे से दूरी की वजह आपकी कुछ आदतें भी हो सकती हैं, जिन्हें आप अनजाने में ही दोहरा देते हैं। लेकिन, माता-पिता अक्सर बच्चों के इस स्वभाव के लिए उन्हें ही ब्लेम करते हैं। हालांकि दोष अकेले बच्चों का नहीं होता है, कई बार पैरेंट्स भी इसमें बराबर के भागीदार होते हैं। ऐसे में आज हम आपको कुछ ऐसी बातों या आदतों के बारे में बताएंगे, जो आपको वक्त रहते बदल लेनी चाहिए। तो चलिए बिना वक्त बर्बाद बात शुरू करते हैं...
बच्चों को बहुत ज्यादा डांटने या मारने से बचें
आपने अक्सर ये सुना होगा कि जब आप बच्चों को बात-बात पर डाटते या मारते हैं, तो उन पर इन बातों का असर होना ही बंद हो जाता है। कई बार पैरेंट्स बच्चों के कहना ना मानने पर उन्हें डांटना या मारना शुरु कर देते हैं। वहीं, कई पैरेंट्स तो बच्चों को धमकाने भी लगते हैं, जिससे बच्चों के मन में उनके प्रति रिस्पेक्ट खत्म हो जाती है। ऐसे में बच्चों को हमेशा डांटने या मारने से बचना चाहिए।
बच्चों की भावनाओं को समझने की करें कोशिश
कई पैरेंट्स बच्चों से अपनी बात मनवाने के लिए उन्हें धमकाते हैं, कभी-कभी मारते भी हैं। अपनी बात को मनवाने की कोशिश में वह बच्चों की फीलिंग्स को नजरअंदाज कर देते है, जिससे बच्चे के मन में पैरेंट्स के लिए मनमुटाव पैदा हो जाता है। इसलिए बच्चे पर अपनी राय थोपने से पहले उनकी बात सुनें और समझने की कोशिश करें।
हमेशा बुराइयों पर ना करें बात
हर बच्चा पूरी तरह से परफेक्ट नहीं हो सकता है, इतना परफेक्ट तो बड़े भी नहीं होते हैं। इसके बावजूद ज्यादातर पैरेंट्स बच्चों की अच्छाइयों को अनदेखा करते हुए लोगों के सामने बस उनकी बुराइयां गिनाना शुरु कर देते हैं। इससे ना सिर्फ आपके बच्चे को बुरा लगता है, बल्कि उसका आत्मविश्वास भी धीरे-धीरे खत्म होने लगता है। इसलिए हर बात पर बच्चों की आलोचना नहीं करनी चाहिए।
अपशब्द ना बोलें और भरपूर प्यार दें
पैरेंट्स अक्सर गुस्से में बच्चों को काफी भला-बुरा सुना देते हैं। इंसान गुस्से में कुछ ऐसी बातें बोल देता है, जो उसे नहीं बोलनी चाहिए थी। आपकी इस लापरवाही से बच्चा काफी दुखी हो जाता है और आपसे दूरियां बना लेता है। ऐसे में कुछ पैरेंट्स बच्चों को प्यार देने में भी कटौती करने लगते हैं, जिससे बच्चे को लगता है कि उसके माता-पिता उससे प्यार नहीं करते, आपको बच्चे को ऐसा महसूस नहीं करवाना चाहिए।
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS