Passive Smoking: सिगरेट पीने वाले से ज्यादा आसपास के लोगों लिए जानलेवा है धुआं, जानें इसके गंभीर परिणाम

Passive Smoking: सिगरेट पीने वाले से ज्यादा आसपास के लोगों लिए जानलेवा है धुआं, जानें इसके गंभीर परिणाम
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Passive Smoking: सिगरेट पीने वाले से ज्यादा उनके आसपास के लोगों को नुकसान पहुंचा रहा धुंआ।

What Is Passive Smoking: हम सभी ने अक्सर टीवी, समाचार पत्र और रेडियो आदि पर अक्सर सुना होगा कि धूम्रपान सेहत के लिए हानिकारक होता है...ये लाइन हमारे सामने तकरीबन हर बार आती है। हम सभी जानते हैं कि स्मोकिंग हमारे स्वास्थ्य को बहुत बुरी तरह प्रभावित करती है। इससे हार्ट डिजीज, स्ट्रोक, यहां तक की लंग कैंसर जैसी जानलेवा बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। WHO की एक रिपोर्ट के मुताबिक, स्मोकिंग की वजह से हर दिन करीब 14 हजार लोग अपनी जान गंवा देते हैं। यहां जानने वाली बात ये है कि महज सिगरेट पीने से ही नहीं बल्कि सिगरेट पीने वाले के आसपास खड़े रहने वालों को भी इस धुंए से बहुत नुकसान पहुंचता है। इसे ही Passive Smoking कहते हैं। यह इंसान की हेल्थ के साथ-साथ नेचर के लिए भी नुकसानदायक होता है और धीरे-धीरे सिगरेट का धुआं आपकी सेहत को तबाह कर देता है।

जानिए किसे कहते हैं Passive Smoking क्या है

सिगरेट, बीड़ी या सिगार से जो धुआं निकलता है, वह जहरीला होता है। इसे एक तरह से धुएं का Residue भी कह सकते हैं। यह आपके बाल, स्किन, कपड़े, सामान, रूम, कार, कार्पेट और बच्चों के खिलौनों पर भी चिपक जाता है। जब सिगरेट के धुआं बाहर निकलता है तो यह जहरीले तत्वों के संपर्क में आकर केमिकल रिएक्शन करता है। जिससे यह और भी ज्यादा खतरनाक हो जाता है, अब अगर आपने स्मोकिंग नहीं भी की है तो भी आप सिगरेट के धुएं के संपर्क में आ सकते हैं। इसे ही पैसिव स्मोकिंग कहते हैं। ये ऐसे केमिकल्स होते हैं, जो हमारी सेहत पर बहुत बुरा असर डालते हैं।

धुंए के कारण गर्भवती महिलाओं को होने वाला नुकसान

पैसिव स्मोकिंग का सबसे ज्यादा प्रभाव प्रेग्नेंट महिलाओं पर होता है। इससे माता के साथ ही उनके गर्भ में पल रहे बच्चे को भी नुकसान पहुंचता है। एक रिसर्च बताती है कि पैसिव स्मोकिंग गर्भ में पल रहे बच्चे के लंग्स के विकास को बहुत बुरी तरह प्रभावित करती है। ऐसे में जब बच्चे का जन्म होता है तो उसे सांस संबंधी कई बीमारियां होने का खतरा रहता है। पैसिव स्मोकिंग से छोटे बच्चों का इम्यून सिस्टम काफी कमजोर हो जाता है। इससे अस्थमा, कान में इंफेक्शन, बार-बार बीमार पड़ना और निमोनिया जैसी गंभीर समस्याएं होती हैं। इतना ही नहीं पैसिव स्मोकिंग से इंसान को पैंक्रियास से जुड़ी समस्या, किडनी डिजीज, मुंह की बीमारी भी हो सकती है। साथ ही आप गले की समस्याओं के शिकार हो सकते हैं।

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