Health news: मौसम में बदलाव की वजह से होती है ये दिक्कतें, सूजन और कब्ज भी है शामिल

Health Tips: बदलते मौसम की वजह से अक्सर बुखार, जुकाम, गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल जैसी बीमारियां हो जाती हैं। हमलोग अक्सर कहते हैं कि मौसम बदलने की वजह से सर्दी जुकाम हो गया है। लेकिन आज हम बताते हैं कि ये मौसम केवल बुखार और जुकाम ही नहीं, बल्कि पेट संबंधी बीमारियों को भी साथ लेकर आता है, जैसे पेट में कीड़े, सूजन, कब्ज, उल्टी और दस्त। पेट संबंधी बीमारियां बच्चों से लेकर बुजुर्गो को भी प्रभावित करती है।
सूजन (Swelling)
आपको बता दें कि पेट में सूजन तब होती है, जब पेट की आंत में गैस बन जाती है। इसकी वजह से अपच की समस्या उत्पन्न हो जाती है। पेट में अपच होने के कई कारण हैं, जैसे असमय भोजन और बाहर का स्ट्रीट फूड का सेवन करना। कहने का अर्थ यह है कि सूजन की सामान्य वजहों में से आहार भी एक वजह है।
कब्ज (Constipation)
कई बार गैस बनने की वजह से इंसान सही से फ्रेश नहीं हो पाता। इसका मुख्य कारण कब्ज के कारण मल का कठोर हो जाना होता है। ऐसी स्थिति तब पैदा होती है, जब अपशिष्ट पदार्थ पाचन तंत्र से धीमी गति से आगे की ओर बढ़ता है। कब्ज की समस्या तरल पदार्थ न पीने, कम फाइबर वाले आहार लेने, रोजाना व्यायाम न करने, हमेशा पेन किलर इस्तेमाल करना आदि शामिल है। अगर आपको यह समस्या बनी रहती है तो इसका सही से इलाज करें।
उल्टी करना (Vomit)
उल्टी की समस्या तब होती है, जब अंदर से आपको मतली हो रही हो या फिर आपकी तबियत खराब हो। उल्टी की सामान्य वजहों में वायरल या बैक्टीरियल संक्रमण, फूड पॉइजिनिंग, जल्दी-जल्दी भोजन करना, खराब खाना खाना या फिर शराब का अत्यधिक सेवन करना शामिल है। इसके कई कारण हो सकते हैं, इसलिए समस्या बढ़ने से पहले उचित उपचार लें।
दस्त (Diarrhea)
दस्त जिसे हम लोग डायरिया के नाम से भी जानते हैं। यह दिक्कत तब होती है, जब किसी वायरस संक्रमण या बीमारी की वजह से शरीर से पतला मल बाहर निकलता है। इसके होने के सामान्य कारणों साल्मोनेला या ई. कोली जैसे जीवाणु संक्रमण, रोटावायरस जैसे वायरल संक्रमण, जिआर्डिया लैम्ब्लिया आदि शामिल है।
जलन (Burn)
हमारे सीने में अचानक से कभी-कभी जलन होने लगती है इसकी वजह पेट से एसिड भोजन नली में चला जाता है, जिससे चेस्ट और गले में जलन होने लगती है। इसके कारणों में अधिक भोजन करना, मसालेदार भोजन या अम्लीय पेय पदार्थों का सेवन, ध्रूमपान करना और एस्पिरिन या इबुप्रोफेन जैसी मेडिसिन शामिल हैं।
खाने या पेय पदार्थो में पाए जाने वाले कीड़े, जिन्हें हम सामान्य आंखों से नहीं देख पाते वे हमारे शरीर में जाकर विभिन्न की दिक्कते दोते हैं। इसलिए यह बहुत जरूरी है कि आपनी लाइफस्टाइल में बदलाव करें। फलों और सब्जियों के सेवन के साथ संतुलित आहार लें। ध्रूमपान व नशीले पदार्थो से दूर रहे नियमित व्यायाम करें।
Also Read: लैपटॉप और फोन पर बिताते हैं ज्यादा समय, तो ऐसे दें अपनी आंखों को आराम
© Copyright 2025 : Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS
-
Home
-
Menu
© Copyright 2025: Haribhoomi All Rights Reserved. Powered by BLINK CMS