नए वेरिएंट पर पुरानी वैक्सीन का कैसा होगा असर? जानिए BF.7 के शुरूआती लक्षण क्यों बने चिंता का सबब

नए वेरिएंट पर पुरानी वैक्सीन का कैसा होगा असर? जानिए BF.7 के शुरूआती लक्षण क्यों बने चिंता का सबब
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Omicron New Variant BF.7: चीन के साथ ही दुनिया के कई देशों में कोरोना का नया वेरिएंट बीएफ-7 तेजी से पैर पसार रहा है, यही कारण है कि वैक्सीन को लेकर लोगों के मन में कई तरह के सवाल उठ रहे हैं।

Omicron BF.7 Symptoms: ओमिक्रोन (Omicron) के सब-वेरिएंट BF.7 के आतंक से पूरी दुनिया में खौफ पसरा हुआ है। चीन समेत अमेरिका और यूरोप के कई देशों में इससे संक्रमित मरीज लगातार बढ़ते जा रहे हैं। भारत में भी इसके कई मामले सामने आये हैं। लेकिन अगर आप कोरोना वैक्सीन के साथ बूस्टर डोज भी लगवा चुके हैं, तो आपको ओमिक्रोन के सब-वेरिएंट BF.7 से डरने की जरूरत नहीं है। भले ही इस वेरिएंट का संक्रमण रेट ज्यादा है, लेकिन वैक्सीन लगवा चुके लोगों पर यह ज्यादा बुरा असर नहीं डाल पाएगाी। ऐसे में आपको ये समझना होगा कि कोरोना संक्रमण के प्राइमरी स्टेज पर किस तरह के लक्षण नजर आते हैं।

18 लोगों को अपनी चपेट में ले सकता है BF.7

भारत के बारे में बात की जाए तो कोरोना वैक्सीन और बूस्टर डोज लगवा चुके लोगों के लिए यह वायरस जानलेवा नहीं है। बता दें कि कोरोना वैक्सीन या बूस्टर डोज लगवाने का यह मतलब बिल्कुल भी नहीं है कि आप कोरोना से संक्रमित ही नहीं होंगे, वैक्सीन लगवाने से ये सुनिश्चित हो जाएगा की अगर आप कोरोना की चपेट में आएं तो यह संक्रमण आपके लिए जानलेवा साबित ना हो। बता दें कि भारत में इस वायरस से संक्रमित कुछ केस सितंबर-अक्टूबर में सामने आए थे। रिपोर्ट्स की माने तो ओमिक्रोन बीएफ.7 से संक्रमित एक व्यक्ति करीब 18 लोगों को अपनी चपेट में ले सकता है। कोरोना के सभी वेरिएंट में ओमिक्रोन-बीएफ.7 सबसे ज्यादा फैलने वल्का बताया जा रहा है।

मौसमी बीमारियों से मिलते हैं शुरूआती लक्षण

चिंता की बात ये है कि ओमिक्रोन-बीएफ.7 से संक्रमित लोगों में शुरुआती लक्षण मौसमी फ्लू, कोल्ड और कफ से बहुत ज्यादा मिलते-जुलते आ रहे हैं।

लगातार नाक बहना

सीने में जकड़न और खांसी के साथ दर्द

गले में दर्द और निगलने में परेशानी

ऐसे में संक्रमण से बचने का सबसे अच्छा तरीका है कि इस तरह के लक्षण वाला इंसान खुद को क्वारंटाइन कर लें।

बचाव के लिए घरेलू उपाय

मुलेठी और शहद: एक चम्मच शहद में आधा चम्मच मुलेठी मिलाकर खाएं। इस नुस्खे से आपको खांसी-जुकाम और गले में दर्द तीनों से राहत मिलेगी।

अदरक वाली चाय: आप अदरक-तुलसी-लौंग वाली चाय पियें। इससे बहती नाक को रोकने में मदद मिलेगी।

सरसों का तेल: नाक में सरसों के तेल की एक-एक ड्रॉप डालकर सोएं, इससे नाक और गले दोनों में राहत मिलेगी। सरसों तेल ऐंटिवायरल और ऐंटिबैक्टीरियल होता है।

नया वेरिएंट पर कितनी असरदार पुरानी वैक्सीन

नए वेरिएंट और पुरानी वैक्सीन को लेकर हुई एक स्टडी में पाया गया है कि BF.7 वेरिएंट पुरानी वैक्सीन से बनने वाली एंटीबॉडी को चकमा दे सकता है। स्टडी के मुताबिक बीएफ-7 वेरिएंट में कोरोना वायरस के पहले वेरिएंट के मुकाबले 4.4 गुना ज्यादा इम्युनिटी है। वैक्सीन से बनने वाली एंटीबॉडी को भी नया वेरिएंट संक्रमित कर सकता है, स्टडी में बताया गया है कि कोविड के स्पाइक प्रोटीन में R346T म्यूटेशन होने से जो वेरिएंट बन रहा है, उस पर पुरानी एंटीबॉडी बेअसर है।

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