BF.7 के बीच भारत पर लटक रही XBB.1.5 की तलवार, देखें कौन से लोग होंगे इस संक्रमण के शिकार

BF.7  के बीच भारत पर लटक रही XBB.1.5 की तलवार, देखें कौन से लोग होंगे इस संक्रमण के शिकार
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Coronavirus New Variant: कोरोना ने फिर एक बार बदला रंग, बीएफ 7 के आतंक के बीच अब XBB.1.5 के मामले सामने आने लगे हैं।

Coronavirus New Variant XBB.1.5: चीन (China) के बाद भारत (India) समेत दुनियाभर के तमाम देशों में ओमीक्रोन (Omicron) के सब वेरिएंट BF. 7 ने चिंताएं बढ़ा रखी हैं। ऐसे में अमेरिका से एक और परेशान करने वाली खबर सामने आई है। दरअसल, अमेरिका में कोरोना वायरस महामारी के एक खतरनाक वेरिएंट को लेकर हाहाकार मचा है। अमेरिका में ओमीक्रोन के दूसरे नए वेरिएंट XBB.1.5 के मामले बढ़ रहे हैं। ये BQ1 वेरिएंट से 120 प्रतिशत तेजी से फैलता है। मिनेसोटा यूनिवर्सिटी के विशेषज्ञों के मुताबिक अमेरिका में कोविड के 40% से ज्यादा केसेस ओमीक्रोन के XBB.1.5 के कारण बढे हैं। डराने वाली बात यह है कि इस नए वेरिएंट से संक्रमित लोगों को अस्पताल में भर्ती होने की सलाह दी जा रही है।

ओमीक्रोन का नया वेरिएंट XBB.1.5 क्या है?

बता दें कि XBB वेरिएंट को भारत में सबसे पहली बार अगस्त महीने में खोजा गया था। अब जो XBB.1.5 का नया वेरिएंट आया है, यह XBB से भी खतरनाक है। यह इंसान से इंसान की कोशिकाओं में प्रवेश करके शरीर को संक्रमित कर देता है। विशेषज्ञों की मानें तो यह नया वेरिएंट बीक्यू और एक्सबीबी की तुलना में ज्यादा खतरनाक है और इम्युनिटी से लड़कर इंसान के अंदर संक्रमण फैला सकता है। अभी तक के वेरिएंट्स की तुलना में इसके फैलने का रेट सबसे ज्यादा है। पहले इस वेरिएंट को 108 प्रतिशत तेज बताया जा रहा था, लेकिन स्टडी के सामने आने के बाद यह आंकड़ा 120 हो गया था।

जानिए किन लोगों पर लटक रही संक्रमण की तलवार

ऐसा बताया जा रहा कि कोरोना के नए वेरिएंट XBB.1.5 में उन लोगों को भी संक्रमित करने की क्षमता है, जो पहले कोरोना की चपेट में आ चुके हैं या जिन्होंने टीकाकरण भी करवाया हुआ है। सरल शब्दों में कहें तो ये वेरिएंट किसी भी इंसान को अपनी चपेट में लेकर बीमार कर सकता है।

विशेषज्ञों के मुताबिक एक्सबीबी.1.5 ने अपने आरबीडी (रिसेप्टर बाइंडिंग डोमेन) में स्थित एफ486पी नामक एक दुर्लभ प्रकार का म्युटेशन बनाकर इसे हासिल किया है। अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि कहीं यह ज्यादा गंभीर बीमारियों की वजह तो नहीं बनेगा। हालांकि ऐसी कोई भी गंभीर स्थिति होने की संभावना काफी कम है। विशेषज्ञों ने कहा, इस वेरिएंट से बचाव के लिए निरंतर सतर्कता की जरूरत है। भारत के ताजा जीनोमिक सर्विलांस डेटा की बात करें तो एक्सबीबी वैरिएंट की 20 प्रतिशत पर है, वहीं पुराना वैरिएंट BA.2.75 अभी भी थमा नहीं है।

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