BF.7 और XBB.1.5 के बाद अब ये वायरस रोक सकता है आपकी सांस, विशेषज्ञों से जानिए कितना खतरनाक?

BF.7 और XBB.1.5 के बाद अब ये वायरस रोक सकता है आपकी सांस, विशेषज्ञों से जानिए कितना खतरनाक?
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New Virus: BF. 7 और XBB.1.5 के बाद अब भारत में बढ़ा इस बीमारी का खतरा, विशेषज्ञों से जानिये ये वायरस आपके लिए कितना खतरनाक हो सकता है।

What Is H3N2 Virus: चीन (China) के बाद अब दुनियाभर में कोरोना महामारी (Coronavirus) का खतरा तेजी से बढ़ रहा है। हालही में भारत के ऊपर ओमीक्रोन (Omicron) के सब वेरिएंट BF.7 और दूसरे नए वेरिएंट XBB.1.5 का खतरा मंडरा रहा है। लेकिन चिंता इस बात से भी बढ़ी है कि इनके बचाव उपायों को ढूंढने के साथ ही स्वास्थ्य विशेषज्ञ अन्य वायरस H3N2 से चिंतित है। ऐसा कहा जा रहा है कि भारत (India) में यह वायरस तेजी से फैल रहा है और पिछले कुछ दिनों में इसके कई संक्रमित मरीज भी मिले हैं। तो चलिए हम आपको बताते हैं कि आखिर H3N2 वायरस होता क्या है और यह शरीर के किन अंगों पर प्रभाव डाल सकता है।

H3N2 वायरस क्या है और कैसे फैलता है?

बता दें कि H3N2 वायरस एक ऐसा इन्फ्लूएंजा वायरस जो आमतौर पर सूअरों में फैलता है। लेकिन जब यह वायरस लोगों में पाया जाता है, तो इसे "वैरिएंट" वायरस कहा जाता है। इस वायरस की पहली बार 2010 में अमेरिकी सूअरों में पहचान की गई थी। 2011 के दौरान H3N2v के साथ 12 लोगों में इस संक्रमण के फैलने का पता चला था। इसके बाद 2012 के दौरान H3N2v के 309 मामले सामने आए।

सोचने वाली बात है कि सुअरों में फैलने वाला यह वायरस आखिर इंसानों में कैसे फैल रहा है? स्वास्थ्य विशेषज्ञों की माने तो मुख्य रूप से संक्रमित सूअर के खांसने-छींकने या उसके मुंह से निकली संक्रमित बूंदों के संपर्क में आने से यह वायरस फैल सकता है। इसका एक कारण यह भी हो सकता है कि जब इनफ्लुएंजा वायरस युक्त कण सांस के साथ के अंदर चले जाते हैं तो इस वायरस के होने का खतरा बहुत ज्यादा होता है।

किन अंगों को करता है प्रभावित और विशेषज्ञों की राय

H3N2 वायरस एक संक्रामक सांस का वायरस है, जो नाक, गले, मुंह और फेफड़ों पर बुरा असर डालता है। इस के सामान्य लक्षण खांसी, नाक बहना, गले में खराश, सिर दर्द होना, बुखार सर्दी लगना डायरिया उल्टी-दस्त जैसी शिकायते होती हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक H3N2 वायरस और कुछ नहीं बल्कि एक तरह का इन्फ्लूएंजा ए (influenza A) है। उनके मुताबिक पिछले कुछ हफ्तों में इस संक्रमण के 100 से ज्यादा मामले ऐसे मिले हैं, जिनमें से बहुत से H3N2 के हैं। वैसे तो ये ज्यादा गंभीर नहीं है, लेकिन संक्रमित मरीजों की संख्या में वृद्धि से स्वास्थ्य सुविधाएं प्रभावित हो सकती हैं। हालांकि भारत में यह संक्रमण अभी ज्यादा गंभीर नहीं है।

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