International Daughter's Day 2021 : अपनी बेटी को बनाना चाहते हैं Mentally Strong तो अपनाएं ये टिप्स

International Daughter's Day 2021 : आज हमारी बेटियां हर क्षेत्र में अपनी क्षमता का परिचय दे रही हैं। ऐसा कोई क्षेत्र नहीं, जहां उनकी उपस्थिति ना हो। हाल ही में हुए टोक्यो ओलंपिक (Tokyo Olympic) में भी बेटियों ने देश का नाम रोशन किया। उनकी उपलब्धियों पर हर भारतवासी को गर्व है। लेकिन दूसरी तरफ एक तस्वीर ऐसी भी है, जहां हम देखते हैं कि बेटियां आज भी मेंटली, इमोशनली स्ट्रॉन्ग (Emotionally Strong) नहीं हैं। वे एक दायरे में सिमटी हुई हैं। उनमें कॉन्फिडेंस की कमी नजर आती है। दरअसल, इसकी वजह यह है कि बचपन से ही कई पैरेंट्स अपनी बेटियों की पर्सनालिटी में उन क्वालिटीज को इंपॉर्टेंस नहीं देते हैं, जो उनकी पर्सनालिटी डेवलपमेंट (Personality Development) में मददगार होती हैं, उन्हें कॉन्फिडेंट बनाती हैं। इस सोच को बदलने की आज बहुत जरूरत है। अगर आप पैरेंट्स होने के नाते अपनी बेटी को आगे बढ़ाना चाहती हैं, उसे सफलता की सीढ़ियां चढ़ते देखना चाहती हैं, तो कुछ बातों को महत्व जरूर दें। इन बातों को उसकी पर्सनालिटी (Personality) का हिस्सा बनाएं।
1-बेटी को अपनी राय रखने दें
आज भी ज्यादातर घरों में जब कोई अहम डिस्कशन होता है, तो उसमें बेटियों को शामिल नहीं किया जाता है, जबकि वहीं बेटों को उस डिस्कशन का हिस्सा जरूर बनाया जाता है। बेटियों की राय को अहमियत देना तो दूर, घर से जुड़े जरूरी विषयों पर उनकी राय भी नहीं जानी जाती है। जबकि बेटियों के पास भी हर समस्या का हल होता है, उनके पास भी बेहतर आइडियाज होते हैं। लेकिन अफसोस की बात है, बेटियों की सुनी ही नहीं जाती। इससे आगे चलकर, अपने जीवन से जुड़े जरूरी विषयों पर भी वे राय नहीं रख पातीं। इस वजह से उनके आगे बढ़ने की राह में बाधाएं खड़ी होती हैं। ऐसा ना हो, इसके लिए पैरेंट्स को अपनी बेटियों को उनकी राय रखने की आजादी देनी चाहिए। उनकी राय को मानना भी चाहिए। इससे बेटियों में कॉन्फिडेंस डेवलप होगा। वे मेंटली, इमोशनली स्ट्रॉन्ग बनेंगी।
2-सेल्फ डिसीजन लेना सिखाएं
अकसर पैरेंट्स अनजाने में एक बड़ी गलती करते हैं, वे बेटियों को हर बात में बहुत ज्यादा सपोर्ट देते हैं। वे उन्हें लेकर ओवर प्रोटेक्टिव हो जाते हैं। वे हमेशा बताते रहते हैं, ऐसा करना चाहिए, ऐसा नहीं करना चाहिए। ऐसा सोचना चाहिए, ऐसा नहीं सोचना चाहिए। इससे बेटियां अकसर डिसीजन मेकिंग की एबिलिटी खुद में डेवलप नहीं कर पाती हैं। पैरेंट्स को चाहिए कि बेटी को सही-गलत बातों के बारे में जरूर बताएं। उसे सपोर्ट भी दें। लेकिन गिरने से पहले ही उसे संभालने की गलती ना करें। अगर वह खुद गिरकर संभलेगी नहीं तो स्ट्रॉन्ग कैसे बनेगी? उसे अपनी गलतियों से सीखने दें। अपनी जिंदगी से जुड़े छोटे-बड़े फैसले लेने के लिए भी बेटी को मोटिवेट करें।
3-यूनीकनेस की इंपॉर्टेंस बताएं
एक पुरानी कहावत है, सूरत से ज्यादा सीरत मायने रखती है। इस बात को अपनी बेटियों को बचपन से ही बताएं। लुक बियॉन्ड अपीयरेंस (आंतरिक खूबियों) की इंपॉर्टेंस उसे समझाएं यानी बाहरी रंग-रूप और सुंदरता के बजाय आंतरिक सुंदरता का महत्व बेटी समझे। दरअसल, कई बार बाजार के मानकों और बाहरी दुनिया के दबाव में बेटी को ऐसा लगने लगता है कि उसकी पर्सनालिटी, अपीयरेंस (बाहरी रूप) परफेक्ट नहीं है। इससे उसमें कमतरी का अहसास घर करता है, उसका कॉन्फिडेंस कम होता है। इसलिए जरूरी है कि पैरेंट्स बेटी को बताएं कि वह अपने आप में यूनीक है। उसे अपनी यूनीकनेस को जानना, समझना चाहिए, उसे स्वीकार करना चाहिए।
4-टाइम मैनेजमेंट भी जरूरी
सफल बनने के लिए टाइम मैनेजमेंट एक जरूरी फैक्टर है। यह काम जिसे आता है, उसके आगे बढ़ने की राह आसान हो जाती है। इसलिए बेटियों को टाइम मैनेजमेंट जरूर सिखाना चाहिए। माना कि लड़कियां मल्टी टास्किंग होती हैं। लेकिन कई बार टाइम मैनेजमेंट एबिलिटी की कमी, उनके काम में समस्या बनकर खड़ी हो जाती है। खासकर घर और वर्कप्लेस दोनों जगह की जिम्मेदारी उठाने वाली बेटियां, ऐसी प्रॉब्लम फेस करती हैं। वे इस वजह से टेंशन का शिकार होती हैं। ऐसा बिल्कुल ना हो, इसलिए उन्हें टाइम की इंपॉर्टेंस, उसका मैनेजमेंट जरूर सिखाएं।
इन बातों का भी रखें ध्यान
- बेटी पर अनावश्यक पाबंदियां ना लगाएं। उसके हंसने- खिलखिलाने पर कभी भी रोक-टोक ना करें। कई घरों में देखा जाता है कि बेटियों से कहा जाता है कि जोर से हंसो मत, ऊंची आवाज में बोलो मत, यह मत करो, वो मत करो। ऐसी बातें उसके कॉन्फिडेंस को कम करती हैं।
- कभी भी दूसरी महिलाओं की बुराई अपनी बेटी के सामने ना करें। इसके बजाय उसे दूसरी महिलाओं-लड़कियों को सपोर्ट करने की सीख दें। इससे बेटी में भी ऐसे गुण विकसित होंगे।
- बेटी को पढ़ाने-लिखाने के साथ उसकी रुचि के अनुसार कोई स्किल सीखने के लिए भी मोटिवेट करें। ऐसी स्किल भविष्य में उसके काम आएगी।
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