डेस्क जॉब प्रोफेशनल्स करें ईजी एक्सरसाइज

ऑफिस जाने वाले अधेड़ उम्र के लोगों की बात छोड़िए, 25 से 35 साल वाले नौजवानों में भी आधे से ज्यादा लोग तमाम शारीरिक परेशानियों से जूझते मिलते हैं, खासतौर पर जो डेस्क जॉब में होते हैं। बेहतर होगा कि जॉब के कुछ स्मार्ट तरीके ढूंढ़ें ताकि डेस्क जॉब सेहत को नुकसान न पहुंचा सके।
मेन प्रॉब्लम्स
ऑफिस में डेस्क जॉब करने वाले प्रोफेशनल्स को विशेष तौर पर पीठ दर्द, गर्दन के दर्द, फ्रोजन शोल्डर जैसी समस्याओं से दो-चार होना पड़ता है। इन तमाम समस्याओं से मुक्ति पाने के लिए कोई कारगर दवा नहीं होती है। वास्तव में शारीरिक व्यायाम ही ऐसी समस्याओं से छुटकारा दिलाता है। लेकिन आमतौर पर लोगों के पास व्यायाम का समय ही नहीं होता, महिलाओं के पास तो और भी समय नहीं होता। क्योंकि उन्हें दफ्तर की अपनी पूरी ड्यूटी निभाने के बाद घर के भी ज्यादातर काम करने पड़ते हैं। ऐसे में कुछ चलते-फिरते, उठते-बैठते, व्यायाम ही हैं, जो हमें डेस्क जॉब संबंधी शारीरिक परेशानियों से छुटकारा दिला सकते हैं।
गर्दन में अकड़न
हालांकि अब ज्यादातर दफ्तरों में काम कंप्यूटर में होता है, इसलिए पहले की तरह लोगों को रजिस्टरों में गर्दन झुकाकर काम करने की मजबूरी नहीं रहती बल्कि डेस्क टॉप में कमर सीधी और आंखें सामने रखनी पड़ती हैं। ऐसे में गर्दन तो नीचे नहीं झुकानी पड़ती लेकिन लगातार एक सीध में गर्दन के होने के कारण उसमें दर्द होता है। लगातार लंबे समय तक एक मुद्रा में रहने के चलते गर्दन जाम भी हो जाती है। इसके लिए एक बहुत आसान सा व्यायाम है। अपनी कुर्सी पर बैठे हुए दोनों हाथों को गर्दन के पीछे ले जाएं। दोनों हाथों की अंगुलियों को एक साथ मिलाकर हथेलियों को गर्दन के पीछे लाएं। फिर हाथों के इसी चप्पू से गर्दन को आगे की तरफ करें और फिर बिल्कुल पीछे की तरफ ले जाकर खींचें। कई मिनट तक सिर को आगे पीछे तनावपूर्ण खींचे, इससे अच्छा व्यायाम होगा और गर्दन के दर्द से राहत मिलेगी।
पैरों का व्यायाम
लगातार कुर्सी पर बैठे रहने और पैरों को लटकाए रखने के कारण पैरों का ब्लड सर्कुलेशन असंतुलित हो जाता है और पैरों में दर्द होने लगता है। इसके लिए सबसे अच्छा व्यायाम यह है कि हर 30 मिनट के बाद अपनी कुर्सी से उठें, 10 कदम यूं ही चलें। अगर चलना पसंद न हो तो अपने पैरों को अपनी टेबल के नीचे जितना दूर तक तान सकते हैं तानें। अगर टेबल में बैक है और वह मजबूत है या टेबल दीवार से सटी है तो कुर्सी पर बैठे-बैठे पैरों को दीवार के साथ मुठभेड़ करने की मुद्रा में जोर डालें। इससे पैर का ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है, दर्द कम होता है और शरीर में चुस्ती-सी आती है।
सिटिंग एक्सरसाइज
कुछ लोग अपनी कुर्सी पर बैठे-बैठे ही पैरों से जॉगिंग कर लेते हैं। यह भी शरीर की जकड़न और थकान को कम करने का जरिया है। अगर पीठ में दर्द हो रहा है और आप दफ्तर में घूमने वाली कुर्सी में बैठते हैं तो बिना कुर्सी से उठे 90 डिग्री इधर, फिर 90 डिग्री उधर घूमें। फिर आगे की तरफ और एक दो बार पीछे की तरफ भी घूमें, इससे फायदा होता है। कंप्यूटर के सामने बैठते समय ध्यान रखें कि उसे इतनी ऊंचाई पर होना चाहिए, जहां से आप आरामदेह स्थिति में सीधे तरीके से बैठ सकें तथा कंप्यूटर की स्क्रीन आपकी आंखों के समानांतर रहे।
इन्हें भी आजमाएं
आप किसी भी तरीके से पूरे दिन दफ्तर में काम करते हुए बीच-बीच में अपने शरीर को हिलाते डुलाते रहें। ये वास्तव में एक तरह का शारीरिक व्यायाम ही होता है। इसलिए अगर आप कोई भी व्यायाम या एक्सरसाइज नहीं जानते तो परेशान होने की बात नहीं है। कुछ भी ऐसा करते रहें, जिससे शरीर की जकड़न कम हो, तो वह फायदेमंद ही होता है। विशेषकर दिनभर एक सी मुद्रा में रखने वाले डेस्क जॉब से तो ऐसी गतिविधियां फायदा दिलाती ही हैं।
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