कम नींद के कारण महिलाओं में बढ़ सकता है, Irregular Period और हैवी ब्लीडिंग का खतरा

कम नींद के कारण महिलाओं में बढ़ सकता है, Irregular Period और हैवी ब्लीडिंग का खतरा
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कई महिलाओं में अनियमित पीरियड्स और हैवी ब्लीडिंग की शिकायत होती है। ऐसे में उनका कम नींद लेना इसका महत्वपूर्ण कराण हो सकता है। आइए जानते है कैसे कम नींद के कारण महिलाओं में अनियमित पीरियड्स और हैवी ब्लीडिंग का खतरा बढ़ता है।

Less Sleep May Increase Risk of Irregular Period: महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए अच्छी नींद लेना काफी आवश्यक होता है। पर्याप्त नींद न लेने से महिलाओं को कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं, जिनमें अनियमित पीरियड्स और हैवी ब्लीडिंग भी शामिल हैं। एक्सपर्ट्स के अनुसार, जो महिलाएं प्रतिदिन 6 घंटे से कम सोती हैं, उनमें सात से नौ घंटे सोने वाली महिलाओं की तुलना में अनियमित पीरियड्स होने की संभावना अधिक अधिक होती है। इसके अलावा, कम नींद लेने वाली महिलाओं में पीरियड्स के दौरान 70 प्रतिशत अधिक हैवी ब्लीडिंग होती है।

कम नींद का महिलाओं की सेहत पर असर

कम नींद लेने वाली महिलाओं के हार्मोन उत्पादन पर प्रभाव पड़ सकता है, जिससे अनियमित पीरियड्स और हैवी ब्लीडिंग हो सकती है। कम नींद से शरीर में प्रोलैक्टिन और कोर्टिसोल का स्तर बढ़ सकता है, जो एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन के स्तर को प्रभावित कर सकता है। कम नींद से महिलाओं में तनाव और चिंता का स्तर भी बढ़ सकता है, जो पीरियड्स को प्रभावित कर सकता है। तनाव और चिंता से शरीर में प्रोलैक्टिन का स्तर बढ़ सकता है, जो अनियमित पीरियड्स और हैवी ब्लीडिंग का कारण बन सकता है।

अनियमित पीरियड्स और हैवी ब्लीडिंग के कारण

हार्मोनल असंतुलन, जैसे कि पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (पीसीओएस) या थायराइड रोग।

गर्भाशय या अंडाशय की समस्याएं, जैसे कि फाइब्रॉएड्स या एंडोमेट्रोसिस।

चिकित्सीय स्थितियों के कारण भी यह समस्या हो सकती है, जैसे कि एनीमिया या अस्थमा।

डॉक्टर की लें सलाह

महिलाओं को अनियमित पीरियड्स या हैवी ब्लीडिंग का अनुभव होने पर डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। डॉक्टर आपकी स्थिति को समझकर उसका कारण बताने के साथ-साथ उसका इलाज भी कर सकते हैं।

उपचार

अनियमित पीरियड्स और हैवी ब्लीडिंग को रोकने के लिए महिलाओं को पर्याप्त नींद लेनी चाहिए। एडल्ट्स को हर रात 7-8 घंटे की नींद की आवश्यकता होती है। इसके अलावा, महिलाओं को तनाव और चिंता को कम करने के लिए हेल्दी लाइफस्टाइल अपनानी चाहिए, जिसमें नियमित व्यायाम, स्वस्थ आहार और पर्याप्त पानी पीना शामिल है।

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