Health Tips: सर्दियों में मूली खाना सेहत के लिए फायदेमंद, इन गंभीर बीमारियों से करेगी बचाव

Health Tips: सर्दियों में मूली खाना सेहत के लिए फायदेमंद, इन गंभीर बीमारियों से करेगी बचाव
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सर्दियों में मूली खाने से सेहत को मिलेंगे जबरदस्त लाभ। पढ़िए मूली खाने से किन गंभीर बीमारियों (Benefits Of Radish) से होगा बचाव।

Benefits Of Eating Radish During Winter: सर्दियों (Winter Season) का आगमन बस होने वाला है। कुछ लोगों के लिए यह मौसम आलस (Lazy) से भरा होता है। वह कंबल में बैठकर चाय (Tea) और हॉट चॉकलेट (Hot Chocolate) का लुत्फ उठाना पसंद करते हैं। इस तरह के लोगों को सर्दियों में गर्माहट और आराम चाहिए होता है, सर्दियों के मौसम में लोगों के पहनावे से लेकर खानपान तक कई बड़े बदलाव होते हैं। इस मौसम में बाजारों में हरी पत्तेदार सब्जियां ज्यादा नजर आती हैं। घरों में तरह-तरह के परांठे बनने लगते हैं। इन्हीं में से सबसे आम परांठा होता है मूली का परांठा। इस परांठे (Mooli Ka Parantha) को मक्खन लगाकर दही, अचार और कभी-कभी दाल या सब्जी के साथ खाने का मजा ही कुछ और होता है।

आमतौर पर मूली को परांठे में या फिर सलाद में खाना पसंद किया जाता है, लेकिन कई लोगों को इसका सेवन बिल्कुल भी पसंद नहीं होता है। लोग अक्सर मूली के परांठे को पाचन संकट, कैलोरी की मात्रा और वजन बढ़ने की संभावना का हवाला देते हुए नजरअंदाज कर देते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि मूली आपकी सेहत के लिए वरदान की तरह होती है? मूली के सेवन मात्र से आप कई बड़ी बीमारियों से लड़ सकते हैं। आज की इस खबर में हम आपको मूली के लाभकारी गुणों के बारे में बताएंगे, तो चलिए बिना वक्त बर्बाद किये (Health Benefits Of Mooli Parantha) शुरू करते हैं।

जानिये मूली खाने के फायदे

  • डायबिटीज को करती है कंट्रोल (Diabetes Management)

मधुमेह (Diabetes) तब होता है, जब रक्त शर्करा का स्तर (Blood Sugar Level) अनियंत्रित रूप से बढ़ जाता है और शरीर में इंसुलिन (Insulin Level) का स्तर बहुत कम हो जाता है या पूरी तरह से अनुपस्थित होता है। अगर समय पर इनका इलाज नहीं किया जाता है तो मधुमेह (Diabetes) टाइप -1, टाइप -2 हानिकारक और कभी-कभी जानलेवा भी हो सकता है। विशेषज्ञों के अनुसार, रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने के लिए मूली सबसे अच्छी सब्जियों में से एक है। इसके प्रभाव को एडिपोनेक्टिन (adiponectin) के लिए जिम्मेदार ठहराया जाता है, मूली में एक बायोएक्टिव यौगिक (bioactive compound) होता है, जो ग्लूकोज होमियोस्टेसिस (glucose homeostasis) का समर्थन करता है।

  • पाचन (Digestion)

मूली के परांठे सबसे पहले पाचन संकट या पेट फूलना जैसी समस्या का कारण बन सकते हैं और यह उच्च फाइबर (High Fibre) सामग्री के कारण होता है। यह गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट (gastrointestinal tract) के लिए अच्छा है और पाचन की प्रक्रिया को तेज करने और कब्ज को रोकने में भी मदद कर सकता है।

  • कैंसर रोधी गुण (Anticancer Properties)

डॉक्टरों का कहना है कि क्रूसिफेरस सब्जियों (cruciferous vegetables) में कैंसर रोधी गुण (anti-cancer properties) होते हैं। एक अध्ययन के मुताबिक, मूली में ऐसे यौगिक होते हैं जो पानी के साथ मिलकर आइसोथियोसाइनेट्स (isothiocyanates) में टूट जाते हैं, जो शरीर को कैंसर रोधी पदार्थों को छोड़ने में मदद करता है जिससे ट्यूमर का विकास रुक जाता है।

  • रक्तचाप प्रबंधन (Blood Pressure Management)

मूली पोटेशियम का अच्छा स्रोत है, जो दिल को ठीक से काम करने के लिए रक्तचाप के स्तर (Blood Pressure Level) को नियंत्रित करने में मदद करता है। पदार्थ को एंथसायनिन (Anthacyanin) के रूप में जाना जाता है जो रक्तचाप को कम करने और रक्त सर्कुलेशन को बढ़ावा देने में मदद करता है।

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