फूलों से महक उठेगी आपकी बगिया

इन दिनों मौसम बदल रहा है। इस दौरान आप अपनी बगिया को संवार सकती हैं। इस मौसम में आप कटिंग टेक्नीक के जरिए आसानी से अपनी बगिया में फूल वाले पौधे लगा सकती हैं। कटिंग से लगाए पौधे बहुत कम खर्च में तैयार हो जाते हैं, तेजी से बढ़ते भी हैं।
मोगरा
अप्रैल से दिसंबर महीने तक खिलने वाले और भीनी-भीनी खुशबू बिखेरने वाला मोगरा फूलों का पौधा कटिंग करके लगाया जा सकता है। यह मौसम इसे लगाने के लिए उपयुक्त है। इसकी एक साल पुरानी किसी शाखा की 4-5 इंच लंबी कटिंग बनाकर गार्डन में लगाई जा सकती है। जिसमें से 15-20 दिन में छोटी-छोटी शाखाएं निकलना शुरू हो जाती हैं।
रात-रानी
इस पौधे पर केवल शाम और रात को ही फूल खिलते हैं, जो सुबह धूप निकलने से पहले तक खिले रहते हैं। रात को ये फूल अपनी सुगंध बिखेरते हैं। इसकी कटिंग भी जुलाई से अक्टूबर तक लगाई जा सकती है और इसके फूल दिसंबर-फरवरी के अलावा लगभग पूरे साल खिलते हैं।
चमेली
बगिया को महकाने वाला चमेली फूल का पौधा गमले में भी उगाया जा सकता है। बेल की तरह बढ़ने वाली चमेली की टहनियां कमजोर होती हैं। जल्दी टूटने के कारण इसकी कटिंग थोड़ी मोटी लगानी चाहिए। चमेली के फूल जून से दिसंबर के बीच तक खिलते हैं।
गुड़हल
तकरीबन पूरे साल खिलने वाले गुड़हल के फूल का पौधा भी कटिंग से लगाया जा सकता है। ये फूल कई रंगों के होते हैं जिनमें चटक लाल रंग बहुत सुंदर लगते हैं। गमले या जमीन पर इसकी कटिंग जुलाई से अक्टूबर में लगाई जा सकती है।
बोगेनविलिया
यह कटिंग से बड़ी आसानी से उगने वाला पौधा है। इसे बहुत कम देख-रेख और कम पानी की जरूरत होती है। इसकी मोटी कटिंग बरसात ही नहीं, गर्मियों में भी उगाई जा सकती है।
बरतें सावधानी
-कटिंग से फूल वाले पौधे उगाने के लिए भी मिट्टी उर्वरक होनी जरूरी है। इसके लिए बगीचे की मिट्टी 60 प्रतिशत, गोबर या कंपोस्ट खाद 30 प्रतिशत और रेतीली मिट्टी 10 प्रतिशत होनी चाहिए।
-मिट्टी में एंटी बैक्टीरियल दवा जरूर मिलाएं ताकि लगाया गया कटिंग वाला पौधा खराब न होने पाए।
-ध्यान रखें कि कटिंग वाले पौधे के गमले या जमीन में ज्यादा पानी इकट्ठा न हो। इससे कटिंग खराब हो सकती है। पानी निकालते रहें। जमीन में इसके लिए छोटी नाली बनाएं। संभव हो तो कटिंग पहले छोटे ग्रो बैग में उगाएं, फिर उसे सुरक्षित जगह लगाएं।
-पौधे को कटिंग से उगाने के लिए उस पौधे की कम से कम एक साल पुरानी मोटी शाखा लें।
-कटिंग 2-5 इंच
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-मिट्टी में लगाते समय कटिंग का आधा भाग मिट्टी के अंदर होना चाहिए।
-कटिंग गमले में लगाने के एक सप्ताह तक छाया में रखें। जमीन पर लगाई कटिंग के ऊपर शेड बना दें, जिससे धूप में वो सूखने न पाए।
-कटिंग लगाने के तुरंत बाद मिट्टी में पानी दें। लेकिन रोजाना पानी न दें।
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