Winter Health Tips: जानें किन लोगों को जरूर लगवानी चाहिए फ्लू की वैक्सीन

Winter Health Tips: जानें किन लोगों को जरूर लगवानी चाहिए फ्लू की वैक्सीन
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सर्दी (Winter) के मौसम में फ्लू होने का खतरा ज्यादा होता है, अगर समय पर इस पर ध्यान न दिया जाएं तो यह आपके लिए घातक हो सकता है।

Winter Health Tips: सर्दी (Winter) के मौसम में फ्लू होने का खतरा ज्यादा होता है, अगर समय पर इस पर ध्यान न दिया जाएं तो यह आपके लिए घातक हो सकता है। इस समय दुनिया में ओमीक्रॉन का खतरा सता रहा है। ऐसे में आप खुद का ध्यान रखें और डॉक्टर की सलाह से फ्लू की वैक्सीन जरूर लें।

क्या है फ्लू

सीनियर फिजिशियन डॉ. मोहसिन वली का कहना है कि फ्लू वायरस की वजह से होने वाला एक श्वसन संक्रमण है। यह भी कोरोना की तरह व्यक्ति के फेफड़ों को प्रभावित करता है। जिन लोगों की इम्यूनिटी कमजोर होती है, उनके लिए यह ज्यादा घातक हो सकता है।

फ्लू के लक्षण (Flu Symptoms)

-नजला

-खांसी-जुकाम

-सिर दर्द

-बुखार

फ्लू वैक्सीन (Flu Vaccine)

सीडीसी के अनुसार, फ्लू से बचने के लिए फ्लू वैक्सीन काफी कारगर है। फ्लू वैक्सीन सर्दियां शुरू होने से पहले दी जाती है, ताकि फ्लू का खतरा कम हो सके। वैक्सीन में मौजूद एंटीजन व्यक्ति के शरीर में एंटीबॉडी बनाकर रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास करते हैं और वायरस से सुरक्षा प्रदान करते हैं। इन एंटीबॉडीज के विकसित होने में लगभग दो सप्ताह लग जाते हैं। फ्लू वैक्सीन तीन तरीके से दी जाती है। फ्लू शॉट्स इंट्राडर्मल, नोजल स्प्रे और फ्लूजोन हाई-डोज टैबलेट। फ्लू वैक्सीन से हालांकि लोगों में कुछ समस्याएं देखने को मिलती हैं, जैसे- इंजेक्शन वाली जगह के आस-पास सूजन, लालिमा, खुजली, मांसपेशियों में सूजन, सिर दर्द, हल्का बुखार। लेकिन ये समस्याए 4 से 5 दिन में खत्म हो जाती हैं।

किसे लेनी चाहिए वैक्सीन: फ्लू वैक्सीन किसे लगवानी चाहिए, इसे समझना भी जरूरी है। डॉक्टर से कंसल्ट कर ही वैक्सीन लगवाएं।

- कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों को।

-65 साल या उससे अधिक उम्र के व्यक्ति।

-6 महीने से 7 साल तक के बच्चे या प्राइमरी क्लास में पढ़ने वाले बच्चे।

-हार्ट डिजीज, डायबिटीज, अस्थमा, सीओपीडी, मोटापा जैसी बीमारियों से ग्रस्त मरीज।

-गर्भवती महिलाएं।

-सोशल या हेल्थकेयर वर्कर।

-बीमार व्यक्ति की देखभाल करने वाले लोग।

ये उपाय भी अपनाएं

-सर्दी के मौसम में ठंड से बचना चाहिए।

-घर में या वाहन में एसी अवॉयड करना चाहिए।

-प्रोटीन, मिनरल्स से भरपूर डाइट लें। तरल पदार्थों का सेवन ज्यादा से ज्यादा करें। पानी, सूप, मसाला चाय ले सकते हैं।

-ठंडा पानी, ठंडे पेय पदार्थ, सॉस, खट्टी चीजें, चटनी आदि से परहेज करें, क्योंकि इससे गला खराब होने और फ्लू की पकड़ में आने की संभावनाएं होती हैं।

-पर्सनल हाईजीन का ध्यान रखें।

-सर्दी-जुकाम होने पर अपने नाक-मुंह को ढंक कर रखें। डिस्पोजेबल नेपकिन से नाक साफ करें। हाथों को साबुन से धोएं या सेनिटाइजर करें। खाना बनाने या खाने से पहले भी हाथ जरूर धोएं।

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