मानसून में बीमारियों से रहना है सुरक्षित तो इन जड़ी बूटियों को अपनी चाय में करें शामिल...

बरसात (Monsoon) का मौसम आते ही हमें लगता है गर्म चाय हाथ में लेकर बालकनी में खड़े होकर आराम से बारिश को देखा जाए। लेकिन बारिश के साथ लगातार गिरता-बढ़ता तापमान अपने साथ सर्दी, खांसी और छींकें भी लेकर आता है। तो मानसून में होने वाली बीमारियों से कैसे बच सकते हैं? तो आपको बता दें कि आपकी अपनी चाय ही आपको इस परेशानी से बचा सकती है। चाय हमारी पसंदीदा ड्रिंक्स में से एक है, इसमें जड़ी-बूटियों (Herbs) की शक्ति को जोड़ने से चमत्कार हो सकता है।
बरसात (Monsoon) के पूरे मौसम में इन अद्भुत पौधों को हमारे चाय के कप में जोड़ना हेल्दी रहने का आसान तरीका है। यहां कुछ जड़ी-बूटियां (Herbs) दी गई हैं जो चाय का स्वाद बढ़ाती हैं और आपके शरीर की देखभाल भी करती हैं।
1. तुलसी- चिकित्सीय जड़ी बूटियों के क्षेत्र में तुलसी (Tulsi) एक प्रसिद्ध रॉकस्टार है। एक कप तुलसी की मिश्रित चाय छाती की भीड़ को कम करेगी, हमारी नाक को खोल देगी और बीमारी को खत्म कर देगी। तुलसी में पाए जाने वाले विटामिन ए, डी, आयरन, फाइबर और अन्य घटक बैक्टीरिया को नष्ट करने और प्रतिरक्षा में सुधार करने में मदद करते हैं। इसके अतिरिक्त, तुलसी अच्छे मौखिक और दंत स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए एक शानदार जड़ी बूटी है।
2. अदरक- जब बारिश के दौरान स्ट्रीट फूड हर किसी को लुभाता है, इसके बाद पेट दर्द और लूस मोशन जैसी प्रॉब्लम भी साथ आती हैं। इस वजह से, हमारी चाय में अदरक मिलाना बहुत जरूरी हो जाता है। अदरक एक ऐसी हर्ब है जो डाइजेशन (Digestion) और मेटाबॉलिज्म को बढ़ाती है, जो हमारी आंतों को काम करने में मदद करती है। मोशन सिकनेस या मॉर्निंग सिकनेस के कारण होने वाली परेशानी को भी इस चाय से कंट्रोल किया जा सकता है।
3. गुड़हल- चाय में शामिल करने के लिए गुड़हल (hibiscus) एक जरूरी हर्ब है, खासकर जब बारिश होती है, क्योंकि यह बीटा-कैरोटीन, विटामिन सी और एंथोसायनिन से भरपूर होता है। जड़ी बूटी हमारे इम्युनिटी सिस्टम को बैलेंस में रखती है, इसलिए यह अनचाही बीमारियों और इंफेक्शन को दूर करती है। इसके अलावा, इसमें बहुत सारे एंटीऑक्सीडेंट और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं।
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